रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
लाकडाउन के बाद रायपुर रेलवे स्टेशनों में जहां ट्रेनें दौड़ने लगी हैं, वहीं यात्रियों की संख्या भी बढ़ रही है, लेकिन इन यात्रियों में ट्रेन से सफर कर रहे खासकर छोटे बच्चों के अभिभावकों के सामने खासी दिक्कतें हो रही हैं, क्योंकि अभिभावकों को जरूरत पड़ने पर नौनिहालों के लिए न तो दूध मिल पा रहा है। और न ही हगीज जैसे अन्य जरूरी सामग्री। रेलवे स्टेशन में संचालित हो रहे स्टालों में दूध, हगीज आदि समान खरीदने स्वजन पहुंचते हैं। उन्हें उल्टे पांव लौटना पड़ता है। ऐसी स्थिति में लोग बाहर खरीदने को मजबूर होते हैं, लेकिन ट्रेन के रुकने का समय लगभग दस से पंद्रह मिनट होने से कुछ ही लोग समान खरीद पाते हैं। बाकी लोगों में ट्रेन छूटने का डर होने के कारण वापस सीट पर लौट जाते हैं। ऐसे में ट्रेन से सफर कर रहे अभिभावकों को जरूरत की सामग्री खरीदने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्टाल पर खाद्य सामग्री उपलब्ध
रेलवे स्टेशन में संचालित हो रहे स्टाल की संख्या लगभग दस से पंद्रह है, जिसमें अभी टी स्टाल, मेडिकल सहित पैकेड खाद्य की सामग्री ही उपलब्ध हो पा रही है। कोरोना के कारण यात्री भी बाहर का खाना कम ही पसंद कर रहे है। टी स्टाल संचालक की माने तो अभी सही तरह से ट्रेन नहीं चल रही है। कुछ ट्रेन चलने से जरूर यात्रियों की आवक बढ़ी है।
कोरोना के बाद से ठप
रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नंबर एक पर संचालित हो रहे कुछ स्टाल पर नौनिहालों के लिए दूध, हगीज उपलब्ध किया जा रहा था, लेकिन कोरोना के बाद यह व्यवस्था पूरी तरह से रुक गई है। स्टाल संचालकों की माने तो बंद डिब्बों में दूध को उपलब्ध नहीं कराया जा सकता है। खुले में बेचे जा रहे दूध की मांग भी कम थी, इसलिए अभी नहीं मिल रहे हैं।
वर्सन
जल्द सुविधा उपलब्ध होगा
यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। छोटे बच्चों के लिए दूध की सुविधा भी जल्द उपलब्ध किया जाएगा।
- डा. विपिन वैष्णव, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, रायपुर रेलवे मंडल
Posted By: Nai Dunia News Network
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