रायपुर। Crime News राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने कल्पवृक्ष प्रोजेक्ट के मालिक विजय नागपुरे को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने अपने पार्टनर को धोखा देकर अपने ही प्रोजेक्ट की जमीन फर्जी दस्तावेज और कूटरचित दस्तावेज के सहारे बेच दी। इस तरह उसने एक करोड़ 66 लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की है।
दरअसल, राजेंद्र नगर थाने में खम्हारडीह निवासी अभिषेक अटलानी ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रार्थी जीके कसलोनाइजर एंड बिल्डर लिमिटेड कंपनी में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। अभिषेक ने बताया कि ग्राम कोलर टेकारी और छछानपैरी स्थित भूमि में एक कल्पवृक्ष नामक प्रोजेक्ट लाया गया था। इस संबंध में उपरोक्त प्रोजेक्ट की देखरेख एवं विकास के लिए जीके कालोनाइजर एंड बिल्डर लिमिटेड के डायरेक्टर विनोद जैन एवं विजय नागपुरे को एमओयू कराकर जिम्मेदारी दी गई थी। अन्य डायरेक्टरों को यह जानकारी दी कि विजय नागपुरे एवं विनोद जैन प्रोजेक्ट की देखरेख एवं विकास कार्य में अनियमितता कर रहे हैं।
कंपनी के संचालकों द्वारा जीके कालोनाईजर एंड बिल्डर के कार्यालय में एक बैठक कर तय किया गया कि कल्पवृक्ष प्रोजेक्ट की जमीन को कंपनी के डायरेक्टर सुरेश अटलानी और विजय नागपुरे के संयुक्त हस्ताक्षर से विक्रय किया जाना है। इसके बाद भी विजय नागपुरे एवं विनोद जैन द्वारा कई प्लाटों को जानकारी एवं सहमति के बिना विक्रय किया गया। अलग-अलग आकार के प्लाटों को विजय नागपुरे द्वारा सुरेश अटलानी के हस्ताक्षर के बिना अवैध रूप से फर्जी रजिस्ट्री कर बेच दिया गया। इसके बाद विजय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
आर्मी आफिसर बताकर ओलएक्स में गाड़ी बेचने की बात कहकर ठगी
सिविल लाइन थाने में विजेंद्र सिंह ने ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। प्रार्थी शंकरनगर सेक्टर-1 विद्या किडनी हास्पिटल के पास रहता है और टाइल्स फिटिंग करने का काम करता है। 22 जनवरी को ओलेक्स के माध्यम से बाइक खरीदने के लिए सर्च किया। आर्मी आफिसर बताकर कहने लगा कि एक बाइक है उसकी कीमत 18,500 रुपये है। प्रार्थी को उसका दाम सही लगा। विज्ञापन पर दिए गए नंबर पर बात किया। इसके बाद कुछ रकम की मांग की गई। विजेंद्र ने गूगल-पे के माध्यम से थोड़ी-थोड़ी करके तीन अलग-अलग खातों में रकम डाल दिए। पहले 45,699, 99, 699 सहित कुल राशि 1,45,400 ले लिए गए। इसके बाद न तो गाड़ी दी गई और न ही पैसे वापस किए गए। पुलिस ने ठग के लिखाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Posted By: Vinita Sinha
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