रायपुर। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से महिलाओं को झांसे में लेकर देश भर में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले तीन विदेशी नागरिकों को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। आरोपित मैट्रिमोनियल साइट में फर्जी आइडी बनाकर प्रार्थिया डाक्टर महिला को अपने झांसे में लेकर 13.55 लाख रुपये ठग लिए थे। आरोपितों ने पहले मैट्रिमोनियल में फर्जी आइडी बनाई, इसके बाद वाट्सएप के माध्यम से चेट कर धीरे-धीरे विश्वास जीता फिर गिफ्ट भेजने का झांसा देकर पैसे ठग लिए। पुलिस ने आरोपित ईमानुअल, पोलिनुस और अगस्टीन को गिरफ्तार किया है। आरोपित ईमानुअल और पोलिनुस मूलतः नाइजीरिया व अगस्टीन बेनिन देश का निवासी है। इनके कब्जे से अपराध से संबंधित 19 मोबाइल फोन, 01 लैपटाप, 31 अलग-अलग बैकों के एटीएम कार्ड, 22 पासबुक, 35 चेकबुक और एक सिमकार्ड जब्त किया गया है। आरोपितों को दो की पुलिस रिमांड में रखा गया है।

ऐसे फंसाया था महिला को :

मामले का राजफाश करते हुए एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि प्रार्थिया निवासी पंडरी रायपुर ने थाना पंडरी में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह पेशे से डाक्टर है। प्रार्थिया का परिचय मैट्रिमोनियल साइट के माध्यम से विकास कुमार नामक व्यक्ति निवासी स्काटलैंड से हुई। दोनों के मध्य वाट्सएप काल के माध्यम से 14 अप्रैल से बातचीत शुरु हुई। विकास कुमार एवं प्रार्थिया दोनों आपस में बात कर विवाह करने के लिए तैयार हुए और विकास कुमार द्वारा प्रार्थिया को बताया गया कि उसकी एक बेटी है। इसी दौरान विकास कुमार ने प्रार्थिया को कहा कि वह विवाह के लिए व उसकी बेटी के जन्मदिन के अवसर पर पार्सल के माध्यम से गिफ्ट भेज रहा है।

27 अप्रैल को अज्ञात धारक ने प्रार्थिया के मोबाइल फोन पर फोन कर स्वयं को कस्टम विभाग से होना कहकर पार्सल रिसीव के लिए 35 हजार रुपये की मांग किया, जिस पर प्रार्थिया द्वारा उसके बताये बैंक खाते में रकम जमा कर दी। इसके बाद मोबाइल फोन के धारक ने पुनः प्रार्थिया को कर कहा कि पार्सल में विदेशी मुद्रा भी आया है जिसका पेनाल्टी देना पड़ेगा जिस पर प्रार्थिया ने उनके बताए बैंक खाता में रकम जमा कर दिया। इसी प्रकार प्रार्थिया द्वारा अलग-अलग तिथियों, किश्तों व बैंक खातों में कुल 13 लाख 55 हजार रुपये जमा कर दिए। ठगी का एहसास होने महिला ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिसके बाद टीम ने कैंप कर आरोपितों को पकड़ा।

इन राज्यों में ठगी :

- आरोपितों के विरूद्ध आंध्रप्रदेश, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु एवं तेलंगाना सहित अन्य राज्यों के अलग-अलग जिलों में कुल 19 अपराध दर्ज हैं।

तीन साल से दिल्ली के सैनिक विहार में चल रहा था काल सेंटर :

आरोपित ईमानुअल एवं पोलिनुस मूलतः नाइजीरिया व अगस्टीन बेनिन देश का निवासी है जो वर्तमान में दिल्ली में सैनिक विहार कालोनी के मोहन गार्डन स्थित एक मकान में रहते थे। पूछताछ में आरोपितों द्वारा अपने मकान में काल सेंटर संचालित कर संपूर्ण भारत में सैकडों महिलाओं को अपने झांसे में लेकर प्रलोभन देकर करोड़ों रुपये की ठगी करना बताया गया। आरोपितों को दिल्ली से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया गया है। आरोपित ईमानुअल एवं पोलिनुस पूर्व में भी वीजा अवधि समाप्त होने पर दिल्ली में अवैध रूप से निवास कर रहे थे। जिस पर दिल्ली पुलिस द्वारा दोनों आरोपितों के खिलाफ विदेशी अधिनियम का अपराध पंजीबद्ध कर दोनों को जेल भेजा गया था। छूटने के बाद फिर से वह वहीं रह रहे थे।

वारदात का तरीका :

आरोपितों द्वारा मैट्रिमोनियल साइट, फेसबुक एवं इंटरनेट मीडिया के अनेक प्लेटफार्मों में फर्जी आइडी बनाकर महिलाओं से संपर्क कर उनका मोबाइल नंबर प्राप्त करते हैं। वाट्सएप काल कर धीरे-धीरे महिलाओं का विश्वास व भरोसा जीतकर कई तरह के लुभावने व प्रलोभन देकर अपने द्वारा दिए गए अलग-अलग बैंक खातों में पैसे प्राप्त कर ठगी किया जाता है। आरोपित अपनी पहचान गोपनीय रखने के लिए एक अपराध के लिए उपयोग किए गए सिम व मोबाइल को उस अपराध के बाद नष्ट कर देते हैं। आइडी को भी डिएक्टिवेट कर देते हैं। इनके द्वारा दिए गए सभी बैंक खाते भी फर्जी होते हैं।

आटो-रिक्शा वालों का किराए में अकाउंट

पुलिस को जो एटीएम कार्ड और खाते मिले हैं वह ज्यादातर आटो-रिक्शा वालों के हैं। आरोपित इसके लिए अलग से एक व्यक्ति नियुक्त कर के रखते थे। वे आटो वालों का पासबुक, एटीएम और चेक बुक ले लेते थे। इसके बदले में उन्हें पांच हजार रुपये देते थे।

Posted By: Vinita Sinha

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