रायपुर(ब्यूरो)। प्रदेश में किसानों को सोयाबीन का अमानक बीज दिए जाने का मामला गुरुवार को विधानसभा में गूंजा। प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक गिरवर जंघेल ने यह मामला उठाया। जवाब में कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्वीकार किया कि राजनांदगांव जिले के बीज प्रक्रिया केन्द्र शिवपुरी में किसानों को सोयाबीन का अमानक बीज बांट दिया गया था। इस मामले में चार कंपनियों और बीज विकास निगम के चार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। किसानों से अमानक बीज वापस लेकर उन्हें पैसा लौटाया गया है। उन्होंने कहा कि जब बीज लिया गया, तब वह मानक था, लेकिन वितरण के समय अमानक हो गया। अमानक बीज पाए जाने पर किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए योजना बनाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे देश में सोयाबीन की कमी है।

सदस्य गिरवर जंघेल ने बीज प्रक्रिया केन्द्र शिवपुरी में सोयाबीन के प्रमाणित बीज लेने के लिए किसानों के पंजीयन के बारे में पूछा। कृषि मंत्री ने बताया कि वर्ष 2012-13 व 2013-14 में 449 किसानों का पंजीयन किया गया था, जिसमें से 195 किसानों द्वारा प्रमाणित बीज दिया गया। शिवपुरी में इन वर्षों में 6450 क्विंटल बीज कम अंकुरण क्षमता के फलस्वरूप अमानक पाए गए हैं। 31 हजार क्विंटल में से 21 हजार क्विंटल बीज डबल सेंपलिंग में अमानक पाए गए हैं।

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