रायपुर। Raipur News गोलबाजार में दुकानों के मालिकाना हक को लेकर कानूनी अड़चनें दूर कर ली गई है। वहीं, इसके बाद शुक्रवार को पहली रजिस्ट्री करवाई गई है। जिसमें आरबी ठक्कर ने रजिस्ट्री करवाकर पहला मालिकाना हक लिया है। जबकि मेन रोड और भीतर की दुकानों वाले कारोबारी दो फाड़ हो गए हैं। मेन रोड के कारोबारी तो रजिस्ट्री करवाने के लिए तैयार हैं, उनका कहना है कि गाइडलाइन रेट को लेकर उन्हें किसी तरह की आपत्ति नहीं है, जबकि जिन कारोबारियों की दुकानें भीतर हैं, वे रेट कम करवाने की जिद पर अब भी अड़े हैं। ऐसे में प्रशासन को उम्मीद है कि जिस तरीके से कारोबारियों की सहमति बनी है और पहली रजिस्ट्री हो गई है। निकट भविष्य में और भी व्यापारी गोल बाजार पर अपना मालिकाना हक लेने के लिए रजिस्ट्री करवाएंगे।
मेन रोड की दुकानों का गाइड लाइन रेट एक लाख प्रतिवर्ग मीटर, जबकि भीतर का 90 हजार तक तय किया गया है। नगर निगम ने रजिस्ट्री के लिए 172 कारोबरियों की पहली सूची जारी की है, उसमें लगभग 100 कारोबारियो की दुकानें मेन रोड में हैं। वे जल्द से जल्द पैसा जमा कर रजिस्ट्री कराने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि भीतर के कारोबारी अभी भी गाइडलाइन रेट में संशोधन की मांग कर रहे हैं।
579 दुकानें में 480 दुकानें मेन रोड से पीछे
शहर के मध्य में स्थित इस गोलबाजार में 579 दुकानें हैं। इनमें से लगभग 480 दुकानें मेन रोड से पीछे की हैं। ये दुकानें मेन रोड से 20 मीटर के भीतर और 20 मीटर के बाद की हैं। इस हिस्से में जिनकी दुकानें हैं वही कारोबारी गाइडलाइन रेट में संशोधन की मांग ये कर रहे हैं। उनका कहना है कि मेन रोड से 20 मीटर भीतर होने के बावजूद न उन्हें न तो मेन रोड जैसी सुविधाएं मिल रही हैं और न ग्राहकों के लिए पर्याप्त एप्रोच रोड व सुविधा है।
निगम के किरायेदार हैं काराेबारी
गाेलबाजार के काराेबारी वर्तमान में एक तरह से निगम के किराएदार हैं। साै साल से भी ज्यादा पुराने इस बाजार में काराेबारियाें की दूसरी-तीसरी पीढ़ी कारोबार कर रही है। इनमें ज्यादातर कारोबारियों का किराया हजार रुपये से भी कम है। शहर के बीचोंबीच सबसे पाश इलाके में दुकानें होने के बावजूद निगम को इनसे कोई खास राजस्व नहीं मिल रहा है। राजस्व बढ़ाने के लिए ही निगम ने कारोबारियों को मालिकाना हक देने का निर्णय लिया है।
जिनकी दुकानों में विवाद नहीं, उनका ही चयन
प्रशासन और निगम द्वारा कारोबारियों की बैठक आयोजित की थी। जिसके बाद रजिस्ट्री के लिए 172 ऐसे कारोबारियों का चयन किया है, जिनकी दुकानों को लेकर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। बाकी जिन दुकानों को लेकर विवाद है, फिलहाल उनके प्रकरण का निपटारा करने का प्रयास किया जा रहा है।
गोल बााजर व्यापारी संघ सचिव मनीष गुप्ता का कहना है कि शुक्रवार को पहली रजिस्ट्री करवाई गई है। इसे लेकर काफी विवाद की स्थिति रही और अभी भी स्थिति जस की तस ही है। जिन्हें फायदा दिख रहा है, वे रजिस्ट्री करवाने के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन कई लोगों को प्रशासन के नियमों से नुकसान होना तय है।
Posted By: Vinita Sinha
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