रायपुर (सतीश पांडेय)। छत्तीसगढ़ में परिवहन संबंधी सेवाओं को आसान और घर के निकट उपलब्ध कराने के लिए तेजी से परिवहन सुविधा केंद्र खोले जा रहे हैं। अब तक प्रदेश में 371 परिवहन सुविधा केंद्र की स्थापना हो चुकी है। इन केंद्रों के खुलने से पांच हजार युवाओं को रोजगार मिला है। सुविधा केंद्र खुलने से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से लेकर परिवहन संबंधी अन्य सुविधाओं के लिए लोगों को अनाधिकृत एजेंटों (दलालों) के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल गई है। वहीं दलालों को अधिक पैसे नहीं देने से बच रहे हैं। उनकी जेब ढीली नहीं हो रही है।

घर के पास मिल रही सुविधा

जिले में जगह-जगह परिवहन सुविधा केंद्र खुलने से परिवहन सुविधाओं के लिए लोगों की पहुंच आसान हो गई है, घर के पास ही परिवहन संबंधी सुविधाएं मिल रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परिवहन संबंधी सेवाओं में विस्तार के लिए राज्यभर में 1000 परिवहन सुविधा केंद्रों की स्थापना की घोषणा की है। रायपुर जिले में सबसे अधिक 45 सुविधा केंद्र खोले गए हैं। परिवहन आयुक्त, दीपांशु काबरा का कहना है कि प्रदेशभर में परिवहन सुविधा केंद्र की स्थापना होने से लोगों को लर्निंग लाइसेंस बनवाने के साथ ही विभाग को आनलाइन फीस, टैक्स भुगतान करने की सुविधा मिल रही है।

सुविधा केंद्रों में निर्धारित फीस

परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भारत सरकार के राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना के तहत लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए परिवहन सुविधा केंद्र को अधिकृत किया जा सकता है। मार्गदर्शिका में परिवहन सुविधा केंद्रों में विभिन्ना सेवाओं के लिए शुल्क भी निर्धारित किया गया है। मार्गदर्शिका के अनुसार आनलाइन आवेदन के लिए सेवा शुल्क के रूप में 100 रुपये, परिवहन विभाग को आनलाइन फीस, टैक्स भुगतान करने के लिए प्रत्येक एक हजार रुपये या उसके भाग के लिए 50 रुपये, लर्निंग लाइसेंस के लिए शुल्क 50 रुपये, आवेदन पत्र के लिए आवश्यक दस्तावेज की स्कैनिंग, कम्प्रेसिंग व अपलोड प्रति पेज 5 रुपये और आनलाइन आवेदन पूर्ति के संपूर्ण दस्तावेजों का प्रिंटआउट शुल्क प्रति पेज 5 रुपये निर्धारित है।

Posted By: Vinita Sinha

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