मृगेंद्र पांडेय। रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ गया है। कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को बदलापुर की राजनीति करार दिया है। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्र सरकार साजिश रच रही है। कांग्रेस अब हो रही कार्रवाई को बदलापुर की राजनीति कह रही है जबकि पहले भाजपा राज्य सरकार की कारवाई को बदलापुर की राजनीति कहती रही है। राज्य में 15 वर्ष के वनवास के पश्चात 2018 के चुनाव में कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई। कांग्रेस ने सत्ता में आते ही भाजपा के श्ाासन काल में हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया था। तब भाजपा ने कांग्रेस की सरकार पर बदलापुर की राजनीति करने का आरोप लगाया था। अब चार साल बाद एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा दोनों दल एक-दूसरे आरोप लगा रहे है। ईडी ने प्रदेश में पिछले दो महीने में एक आइएएस, एक राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर तथा कोयला कारोबार से जुड़े तीन कारोबारियों को गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार को ईडी ने मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ उप सचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया। उधर ईडी सौम्या से पूछताछ में जुटी है और इधर दोनों दलों के बीच बयानों के तीर चल रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले ही कह दिया है कि हम ईडी के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि जहां विरोधी दल से भाजपा मुकाबला नहीं कर पाती, वहां ईडी, सीबीआइ को भेजती है। केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने का षड़यंत्र रच रही है। कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अस्र्ण साव ने कहा कि पूरा देश भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। कांग्रेस हमेशा इस लड़ाई मंे बाधा बनने का प्रयास करती है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी है। शायद इसीलिए अधिकारियों पर हो रही कार्रवाई पर स्वयं मुख्यमंत्री टिप्पणी कर रहे हैं।
कांग्रेस सरकार ने नान और चिटफंड घोटाले पर की थी कार्रवाई
प्रदेश में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार ने नागरिक आपूर्ति निगम (नान) और चिटफंड घोटाले पर कार्रवाई की थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री और ईडी डायरेक्टर को पत्र लिखकर 36 सौ करोड़ के नान घोटाला तथा छह हजार करोड़ के चिटफंड घोटाला की जांच का अनुरोध किया था। कांग्रेस सरकार ने झीरम घाटी कांड, सीडी कांड और डीकेएस घोटाले को लेकर एसआइटी बनाई थी। इस घोटाले में भाजपा सरकार के मंत्री, सांसद और विधायकों का नाम सामने आया है।
Posted By: Ashish Kumar Gupta
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