Publish Date: | Fri, 02 Dec 2022 02:36 PM (IST)
रायपुर। Road Safety: सड़क सुरक्षा से जुड़े पाठ्यक्रम स्कूलों में शामिल तो कर लिए गए हैं, लेकिन इसकी परीक्षाएं अब तक नहीं संचालित की जा रही थीं। वहीं अब बच्चों को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाने के लिए अब इनसे जुड़े हुए सवाल भी परीक्षा में पूछे जाएंगे, जिसमें बोर्ड परीक्षा से लेकर अन्य कक्षाएं भी शामिल हैं। इस पर यातायात विभाग के प्रस्ताव पर स्कूल शिक्षा विभाग की मुहर भी लग गई है और सभी कक्षाओं में इनसे संबंधित सवाल भी पूछे जाएंगे। वहीं सभी कक्षाओं में उनके स्तर के हिसाब से पाठ्यक्रम तैयार कर सिलेबस में शामिल किया गया है, जिसके आधार पर इस वर्ष से सवाल भी पूछे जाएंगे और इनकी अनिवार्यता भी कर दी गई है, ताकि बच्चे सड़क सुरक्षा से जुड़े जिस अध्याय को पढ़ेंगे, उनसे संबंधित सवालों के जवाब भी देंगे तो इससे बच्चों में भी समझ विकसित होगी।
बच्चों के स्तर के हिसाब से शामिल हैं पाठ्यक्रम
वर्तमान में यातायात विभाग के प्रस्ताव पर सभी स्कूलों में पहली से लेकर 10वीं तक स्कूलों में पाठ्यक्रम शामिल किया गया है, जिसमें पहली व दूसरी के बच्चों के लिए सड़कों पर बच्चों के हिसाब से सिग्नल के रंगों से लेकर जेब्रा क्रासिंग के बारे में समझाया जा रहा है, जबकि इसके अलावा अन्य आगे की कक्षाओं में इसके स्तर को बढ़ाया गया है।
सड़कों का दर्द भी पाठ्यक्रम में शामिल
इसके अलावा पाठ्यक्रम में सड़कों के दर्द से लेकर इनकी अहमियत भी शामिल की गई है, जिसमें मैं सड़क हूं और मुझ पर रोज हजारों लोग चलते हैं, जैसे अध्याय शामिल हैं। वहीं इसके अलावा नौंवी और 10वीं की कक्षाओं में बच्चों को विविध एक्टीविटी भी करवाई जाती है। इसके अलावा बाइक नहीं चलती या फिर कोई वाहन नहीं होता जैसी भावनाएं भी बच्चों को सिखाई जा रही हैं।
वाहनों से होने वाले नुकसान और सुरक्षा संबंधित प्रशिक्षण
इसके अलावा ट्रैफिक विभाग के अनुरोध पर स्कूलों में वाहन चलाने के दौरान किस प्रकार की सुरक्षा के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, उन्हें भी शामिल किया गया है। साथ ही पर्यावरण सुरक्षा को लेकर भी जागरूकता फैलाने के लिए भी इन सभी विषय वस्तुओं को शामिल किया गया है।
एससीइआरटी के जरिए बढ़ाया जा रहा दायरा
पहली से दसवीं के अलावा इसका दायरा बढ़ाने का प्रयास भी किया जा रहा है। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद के सहयोग से इन्हें और विस्तृत करने की योजना बनाई जा रही है, ताकि बच्चों को बचपन से ही सड़क सुरक्षा के मापदंड सिखाए जा सकें और भविष्य सुरक्षित हो।
स्कूलों की परीक्षाओं में अब सड़क सुरक्षा संबंधी सवाल भी पूछे जाएंगे। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग से सहमति मिल गई है। एससीइआरटी के साथ मिलकर इसका दायरा बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है।
-संजय शर्मा, एआइजी (ट्रैफिक), पुलिस मुख्यालय, रायपुर
Posted By: Ashish Kumar Gupta