रायपुर। Raipur News: पिछले कई सालों से स्वजन के दुर्व्यहार, भेदभाव, मारपीट और संपत्ति में अधिकार नहीं देने से प्रताड़ित तृतीय लिंग के व्यक्ति को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने कानूनी सहायता दी। अब उसमेें न्याय की उम्मीद जगी है।
शरण लंगोटे से लंबे स्वजन से प्रताड़ित हैं। हाल ही में उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के न्याय सबके लिए अभियान की जानकारी मिली तो निश्शुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने के लिए प्राधिकरण के कार्यालय पहुंचा और आवेदन दिया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश संतोष शर्मा ने सचिव प्रवीण मिश्रा को तत्काल हर संभव विधिक सहायता दिलाने को कहा। मिश्रा ने पैरालीगल वालिंटियर आशुतोष तिवारी को प्रकरण को देखने का निर्देश दिया। संविधान दिवस के अवसर पर इस प्रकरण की सभी न्यायिक कार्रवाई करने के लिए अधिवक्ता शिखा सोनी की नियुक्ति की गई। इसके बाद पीड़ित को न्याय दिलाने की कार्रवाई शुरू की गई।
जताया आभार, कहा-सत्य साकार होते दिख रहा है
शरण लंगोटे ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रति आभार जताया। वह पोस्ट ग्रेजुएट है। कहा कि जब किसी भी संस्था से न्याय नहीं मिला तब पूर्ण विश्वास था कि जिला विधिक सेवा के माध्यम से अवश्य न्याय मिलेगा। अब सत्य साकार होते दिख रहा है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य हर वर्ग तक न्याय पहुंचाना है, चाहे वह स्त्री हो, पुरुष हो या तृतीय लिंग का व्यक्ति। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से निश्शुल्क विधिक सहायता देने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष संतोष शर्मा के निर्देश पर ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। यह कदम समाज में उदाहरण पेश करेगा।
Posted By: Ashish Kumar Gupta
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