रायपुर। सीपीआइ-एम नेता वृंदा करात ने बस्तर में मतांतरण को लेकर पिछले दिनों हुए बवाल और मारपीट की घटना पर राज्य की कांग्रेस सरकार और भाजपा दोनों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नारायणपुर में इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी सरकार वहां नहीं पहुंची।
करात ने कहा कि भाजपा यहां मतांतरण को मुद्दा बनाकर राजनीतिक लाभ लेना चाह रही है। दरअसल बस्तर के कोंडागांव, कांकेर व नारायणपुर जिलों में आदिवासियों के मतांतरण को लेकर लगातार विवाद चल रहा है। करात ने राष्ट्रीय आदिवासी मंच के सदस्यों के साथ इन जिलों का भ्रमण किया।
बस्तर से लौटने के बाद पत्रवार्ता में करात ने कहा कि यह सरकार की असंवेदनशीलता है कि मतांतरण प्रभावित जिलों में सहानुभूति जताने के लिए कोई मंत्री नहीं गया। मतांतरण विवाद में हुई झड़पों में कितना नुकसान हुआ इसका न आकलन किया गया न प्रभावितों को मुआवजा दिया गया।
सरकार के पास साक्ष्य हैं फिर भी मतांतरण विरोधी आंदोलन को भड़काने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। करात ने आरोप लगाया कि चुनावी वर्ष में भाजपा नेता व पूर्व विधायक इस आंदोलन को हवा दे रहे हैं। भाजपा के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता चुनावी वर्ष में मतांतरण को मुद्दा बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
Posted By: Ashish Kumar Gupta
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