अंबागढ़ चौकी(नईदुनिया न्यूज)। शिक्षकों की दो दिन की भूख हड़ताल के बाद प्रशासन ने विवादित बीईओ एआर देवांगन का तबादला कर दिया है। ब्लाक के वरिष्ठ प्राचार्य व वर्तमान में कौडीकसा हाई स्कूल के प्राचार्य संजय जौहरी को आगामी आदेश तक अंबागढ चौकी के बीईओ का अस्थाई प्रभार दिया गया है। एआर देवांगन को ब्लाक के गोपलीनचुवा हाइस्कूल में प्राचार्य पद पर पदस्थ किया गया है। हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी ब्लाक के लगभग डेढ़ सौ गांवो में मोहल्ला क्लास प्रभावित रही। वहीं कई स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति रही।
महिला शिक्षकों से दुर्व्यवहार सहित अन्य आरोपों पर बीईओ देवांगन के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ब्लाक के सहायक शिक्षक नगर के बस स्टैंड पर भूख हड़ताल कर रहे थे। छग सहायक शिक्षक फेडरेशन की अगुवाई में रोज 14 शिक्षक भूख हड़ताल पर रहते थे। आंदोलन के 48 घंटे के भीतर ही मंगलवार की शाम को कलेक्टर ने देवांगन को हटा दिया।
दूसरे दिन भी हड़ताल में डटे रहे शिक्षक : बीईओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सहायक शिक्षकों ने सोमवार को सुबह 11 बजे से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की। इसके पांच घंटे बाद प्रशासन ने देवांगन को गोपलीनचुवा हाईस्कूल के प्राचार्य पद पर स्थानांतरित कर दिया। लेकिन डीईओ द्वारा 22 फरवरी को जारी स्थापना आदेश क्रमांक 1429 में यह व्यवस्था नहीं की गई की बीईओ अंबागढ चौकी का कार्यभार कौन देखेंगे। देवांगन का वेतन पूर्ववत कार्यालय बीईओ से आहरित करने का निर्देश जारी किया गया था। इस आदेश पर सहायक शिक्षकों ने आक्रोश जताया। आधा-अधूरा कार्रवाई बताते हुए आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। इसके बाद मंगलवार को दूसरा आदेश जारी किया गया।
पटाखें फोड़कर बांटी मिठाई : आठ वर्ष से अंबागढ चौकी में बीईओ की कुर्सी पर जमे थे। जब से कार्यभार संभाले थे तभ से वे विवादों व सुर्खियों में रह। उन्हें वित्तीय अनियमितताओं के अलावा अन्य आरोपों का सामना करना पड़ा। उन्हें हटाने का आदेश होते ही सहायक शिक्षकों ने पटाखें फोड़कर मिठाई बांटी। छग सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा कि यह असत्य पर सत्य की जीत है।
चार्ज देने में किया हीलाहवाला तो फिर आंदोलन
डीईओ एचआर सोम ने 22 फरवरी को जारी अपने आदेश में यह माना है कि तीन सदस्यीय जांच कमेटी में बीईओ देवांगन के खिलाफ लगे सभी आरोपों की पुष्टि हुई है। इस पर सवाल उठाया जा रहा है कि महिला शिक्षकों से दुर्व्यवहार सहित अन्य आरोपों की पुष्टि होने के बाद भी बीईओ के खिलाफ सिविल सेवा आचरण संहिता के अंतर्गत कार्रवाई क्यों नहीं हुई। इधर चर्चा है कि बीईओ एआर देवांगन चार्ज देने में टालमटोल कर वापस पद पर बने रहने के लिए दूसरा विकल्प की तलाश कर सकते हैं। संघ का कहना है कि ऐसी स्थिति में फिर आंदोलन किया जाएगा।
Posted By: Nai Dunia News Network
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