राजनांदगांव । लगातार तीन दिनों तक रूक-रूककर हुई बारिश के बाद वातावरण में भले ही थोड़ी ठंडकता आ गई है, लेकिन मानसून के पूरी तरह से सक्रिय होने का इंतजार खत्म नहीं हो रहा। मंगलवार को दिनभर आसमान में बादल आते-जाते रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। दोपहर में कड़ी धूप के कारण तापमान में थोड़ी वृद्धि भी दर्ज की गई। हालांकि मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में निम्न अवदाब का क्षेत्र बनने की संभावना के साथ बुधवार को अच्छी बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून द्रोणिका जैसलमेर, भीलवाड़ा, मध्य प्रदेश, पेंड्रा, संबलपुर, बालासोर और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास आसपास 4.5 किलोमीटर तक विस्तारित है। इसके
प्रभाव से बुधवार को हल्की से मध्यम वर्षा होने या फिर गरज-चमक के साथ
छींटे पड़ने की संभावना है। इसके अलावा वज्रपात होने व भारी वर्षा होने की संभावना भी जताई गई है।
एक ही दिन में आठ डिग्री की वृद्धिः बारिश थमने के साथ ही तापमान में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई। एक ही दिन में तापमान आठ डिग्री सेल्सियस बढ़ गया। एक दिन पहले दिन का तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया था। मंगलवार को यह सीधे 34 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा। इतना ही नहीं मंगलवार को राजनांदगांव प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा। इतनी गर्मी कहीं नहीं पड़ी। न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री की वृद्धि रिकार्ड की गई है।
अब तक नहीं निकल पाई दूसरी चरण की लाटरी, 1673 सीट खाली
राजनांदगांव । शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत दूसरी चरण की लाटरी पर ब्रेक लग गया है। अभिभावक लंबे समय से लाटरी निकलने का इंतजार कर रहे है। जिले के 293 निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए 4309 सीटें आरक्षित हैं। पहले चरण की लाटरी में 2636 बच्चों को स्कूलों का आवंटन कर दिया गया है। अब पालक दूसरी चरण की लाटरी का इंतजार कर रहे हैं। स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गई है। ऐसे में पालकों को बच्चों के पिछड़ने का डर है। पहले चरण की लाटरी में करीब 700 बच्चों को वेटिंग में रखा गया है। जिन्हें फिर से लाटरी में शामिल किया जाएगा। निजी स्कूलों में 1673 सीटें खाली पड़ी हुई है।
अभिभावकों को नहीं मिल रही स्पष्ट जानकारीः पहले चरण की लाटरी में बच्चों को स्कूलों का आबंटन तो कर दिया गया है। लेकिन कई बच्चों को अब तक प्रवेश नहीं मिल पाया है। नोडल अधिकारी भी इस ओर कोई गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। पहले चरण की लाटरी में 2636 बच्चों को स्क्ूलों का आवंटन कर दिया गया है। लाटरी डीपीआई से निकली थी। जिसके चलते कई अभिभावकों को इसकी जानकारी नहीं मिल पाई थी। पालकों को मैसेज से सूचना देने कहा गया था। लेकिन ज्यादातर पालकों के पास मैसेज ही नहीं पहुंच पाई है। ऐसे में पालक शिक्षा विभाग के साथ-साथ नोडल अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network
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