सुकमा। Sukma News गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले4 सीआरपीएफ 165 बटालियन जवानों ने आईईडी बरामद की। जिले के कुंदेर व मिसिगुड़ा के बीच परिचलनिक ड्यूटी के दौरान मोटार बम बरामद किया गया। वहीं आसपास तलाशी ली गई जिसमें 4 किलो की आईईडी बरामद हुई। जिसको मौके पर ही डिफ्यूज किया गया। बता दें जवानों की सूझबूझ के चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया। गौरतलब है कि नक्सलों का गढ़ माने जाने वाला सुकमा में आए दिन जवान लोगों की सुरक्षा के चलते सर्चिंग अभिचान चलाते रहते हैं। वहीं नक्सिलयों में नकेल कसने लगातार प्रयास किया जा रहा है।
Sukma News: गणतंत्र दिवस से पहले आपरेशनल ड्यूटी के दौरान 4 किलो आइईडी बरामद, मौके पर किया गया डिफ्यूज#IED #Sukmanews #Chhattisgarh #chhattisgarhnews #naxal pic.twitter.com/GgK2EfzBdE
— NaiDunia (@Nai_Dunia) January 26, 2023
नारायणपुर में बरामद हुए थे 2.5 किलोग्राम के दो आइईडी
बता दें बीते 9 जनवरी को नारायणपुर के जिले के एड़का थाना क्षेत्र के ग्राम गोर्रा मार्ग में जवान और आम नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने आइईडी लगाया था। इसकी जानकारी मिलते ही एसपी सदानंद कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रोड को क्लियर करने, गहन जांच व सैनिटाइजेशन करने डीआरजी नारायणपुर, जिला पुलिस बल और बीडीएस टीम को रवाना किया था। इस दौरान गोर्रा मार्ग पर करीब 2.5 किलोग्राम का दो आइईडी को बरामद कर उसे मौके पर बीडीएस की टीम ने निष्क्रिय कर दिया था।
नक्सलियों के मंसूबे नाकाम
सुरक्षा बलों के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली पगडंडी सड़क पर आइईडी प्लांट करते हैं। सुरक्षा बल के जवान आईईडी के चपेट में आने से नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन अलर्ट रहने वाले हमारे जवान लगातार नक्सलियों के मंसूबे नाकाम करने में सफल हो रहे हैं।
साल 2022 में तीन किग्रा आइईडी हुए थे बरामद
गौरतलब है कि बीते साल 2022 में लगातार जवानों द्वारा सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा था। जिसके तहत कई बार जवानों को नक्सलियों द्वारा लगाए गए आइईडी बरामद हुए थे। जिसे जवानों ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया था। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में संचालित नक्सली विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बल के जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी थी। सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियाें द्वारा जवानों को टारगेट कर नुकसान पहुंचाने लगाए आइईडी बरामद कर उसे सुरक्षित निष्क्रिय कर दिया था।
Posted By: Vinita Sinha
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