सुकमा (नईदुनिया न्यूज)। मावली माता मेला शुरू हो गया है। 12 साल बाद मावली माता मेला शुरू हो गया है। 64 पगरने के लोग इस मेले में शामिल होते हैं और करीब एक साल पहले मेले के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू हो जाती है। बुधवार को मंत्री कवासी लखमा मेले में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बस्तर की संस्कृति व परंपराओं को बचाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
प्रदेश सरकार ने आदिवासी परंपराओं व खेल-कूद को बढ़ावा दिया है। आज प्रदेश सरकार की योजनाओं के चलते आदिवासियों के जेबों में पैसा जा रहा है। पहले लोग मेले में जाने से डरते थे लेकिन आज अंदरूनी इलाकांे के ग्रामीण मेले में पहुंचते है। मावली माता मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। यहां दूर-दराज से लोग आते है।
बुधवार दोपहर करीब एक बजे हेलीकाप्टर से मंत्री कवासी लखमा, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग व लुंड्रा विधायक डा. प्रीतम राम पहुंचे। हेलीपेड़ पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया उसके बाद निमार्णाधीन मंदिर पहुंचे जहां मंदिर के निर्माण कार्य की गति और तेज करने को कहा उसके बाद मावली माता मेले में पहुंचे।
छिंदगढ़ ब्लाक मुख्यालय के चौक पर मेला समिति ने उनका स्वागत किया उसके बाद ढोल व बाजे के साथ मावली माता मंदिर पहुंचे। जहां सभी ने माता की पूजा-अर्चना कर प्रदेश व देश की खुशहाली व शांति की प्रार्थना की। उसके बाद कार्यक्रम में पहुंचे जहां मंत्री कवासी लखमा ने स्थानीय पुजारी, वरिष्ठजनों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर मेले में आने वालों की जानकारी व मेले की व्यवस्था को लेकर चर्चा की। वही 4 बजे के करीब हेलीकाप्टर से वापस रायपुर रवाना हुए।
मंदिर का इतिहास 1600 साल पुराना
ज्ञात हो कि मालवी माता मेला 12 साल में एक बार लगता है। इस मंदिर का इतिहास 1600 साल पुराना है। 64 पगरने के लोग इस मेले में शामिल होते हैं और करीब एक साल पहले मेले के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू हो जाती है। इस दौरान हरीश कवासी, महेश्वरी बघेल, राजूराम नाग, नाजिमखान, राजू साहू, लखमा राम नाग, संजना नेगी समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
ढोल लेकर नृत्यदल में पहुंचे मंत्री
मेले में एक नृत्य दल ढोल के साथ नृत्य कर रहा था। तभी अचानक मंत्री कवासी लखमा व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी गले में ढोल लेकर उनके बीच पहुंच गए। मंत्री कवासी लखमा ने सिर पर टोपी लगाई और गले में माला पहनकर ढोल लेकर पहुंचे और नृत्यदल के साथ कदमताल मिलाकर नृत्य किया। उधर पुरी भीड़ मंत्री कवासी लखमा व हरीश कवासी का विडियों बनाने में जुट गई।
परंपराओं को आगे बढ़ाने में सरकार ने खूब कमाया नाम : कवासी लखमा
प्रदेश के मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि परंपराओं व संस्कृति को आगे बढ़ाने के लि प्रदेश सरकार ने विश्व में खूब नाम कमाया है। क्योंकि आदिवासी या छत्तीसगढ़ के प्रमुख खेलों का उत्सव मनाया साथ ही देव गुड़ी को सुंदर बनाने का काम सरकार ने किया है। आज मुसरिया माता के मंदिर निर्माण में प्रदेश सरकार ने 30 लाख की राशि स्वीकृत की है। और चारदिवारी व सड़के के लिए 45 लाख स्वीकृत करने की घोषणा कर रहा हूं। आज विधानसभा सत्र चल रहा है लेकिन अपनों से मिलने व माता के मेले में शामिल होने आया हूं।
Posted By: Pramod Sahu
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