Kashmir Files Controversy: कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार पर बनी फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। गोवा में चल रहे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) 2022 के दौरान जूरी प्रमुख इजरायली फिल्म निर्माता नदव लैपिड (Nadav Lapid) ने फिल्म की आलोचना कर दी। IFFI के मंच से नदव लैपिड ने विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को एक प्रोपगैंडा और अश्लील फिल्म करार दिया। नदव लैपिड के इस कमेंट के बाद विवाद खड़ा हो गया है। जहां कांग्रेस ने नदव लैपिड का समर्थन किया, वहीं अशोक पंडित जैसे पीड़ितों के जख्म एक बार फिर हरे हो गए हैं और वे इसका विरोध कर रहे हैं। हालांकि भारत में इजराइल दूतावास ने नदव लैपिड के बयान से किनारा कर लिया, साथ ही माफी भी मांगी। इजराइली दूतावास की ओर से ट्विटर पर ओपन लेटर जारी कर कश्मीर फाइल्स को सच्चाई उजागर करने वाली फिल्म बताया गया।

Kashmir Files Controversy: अनुपम खेर का आरोप, इजराइल फिल्ममेकर का बयान टूलकिट का हिस्सा

अनुपम खेर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे घटनाक्रम को टूलकिट का हिस्सा करार दिया। उन्होंने कहा कि नदव लैपिड पूरी रात अपने होटल के कमरे से लापता थे। पता लगाया जाना चाहिए कि वो कहां थे। बकौल अनुपम खेर, लैपिड का बयान सामने के आने के चंद सेकंड बाद ही प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई थीं। इसका क्या मतलब है? क्या समान सोच रखने वालों को पता था कि लैपिड ऐसा बोलने वाले हैं? बता दें, कांग्रेस के साथ ही स्वरा भास्कर और प्रकाश राज ने भी लैपिड के बयान का समर्थन किया है।

इससे पहले मंगलवार सुबह मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन करने के बाद अनुपम खेर ने कहा, हम इस बयान का माकूल जवाब देंगे। बयान के बाद जिस तरह से टूलकिट गिरोह के सक्रिय हो गया, लगता है कि यह सब पूर्व नियोजित है। उनके लिए इस तरह का बयान देना शर्मनाक है। नदव लैपिड एक यहूदी समुदाय से आते हैं, वहां भी लोगों ने ऐसे हालात का सामना किया है। इस बयान से उन्होंने उन लोगों को भी पीड़ा दी, जिन्होंने कई साल पहले इस त्रासदी को झेला था। ईश्वर उसे सद्बुद्धि दे ताकि वह ऐसे मंच से हजारों-लाखों लोगों की त्रासदी को अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए इस्तेमाल न करे।

Kashmir Files Controversy: नदव लैपिड पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया

नदव लैपिड के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट किया। सुप्रिया ने लिखा, पीएम मोदी, उनकी सरकार, भाजपा, आरडब्ल्यू इकोसिस्टम ने 'द कश्मीर फाइल्स', एक ऐसी फिल्म, जिसे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया ने खारिज कर दिया, को बढ़ावा दिया। ज्यूरी हेड नदव लैपिड ने इसे 'प्रोपेगैंडा, अश्लील फिल्म करार दिया और कहा कि यह फिल्म फेस्टिवल के लिए अनुपयुक्त बताया। अंतत: नफरत दूर हो जाती है।

Kashmir Files Controversy: क्या कहा नदव लैपिड ने

गोवा में 53वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में नदव ने कहा, 'यह (द कश्मीर फाइल्स को दिखाया जाना और पुरस्कार के लिए नामित करना) हमें इस तरह के एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए उपयुक्त नहीं है। मैं यहां मंच पर आपके साथ खुले तौर पर इन भावनाओं को साझा करने में पूरी तरह से सहज महसूस करता हूं।’

‘द कश्मीर फाइल्स’ 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह इफ्फी के ‘इंडियन पनोरमा सेक्शन’ का हिस्सा थी और इसका 22 नवंबर को प्रदर्शन किया गया था।

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