अहमदाबाद। ऊना कांड को लेकर सीआइडी ने कहा है कि गायों की खाल पर शेर के बाल मिले हैं। इससे यह साबित होता है कि दलितों ने गायों को नहीं मारा था। गांधीनगर फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ऊना में जुलाई 2016 को जिन गायों को लेकर दलित युवकों को बुरी तरह पीटा गया, वे शेरों के हमले में मारी गई थीं। प्रयोगशाला में गायों की खाल पर शेर के बाल पाए गए हैं।
उधर, बेडिया गीर गढडा के गाय मालिक ने भी गायों के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई थी। सीआइडी ने समढियाला के नितिन कोठारी को इस घटना का मुख्य सूत्रधार बताते हुए कहा कि उसने ही सनातन गौ ट्रस्ट को गायों को मारने की गलत सूचना दी थी।
ऊना के कांग्रेस विधायक पूंजाजी वंश ने बुधवार को ही कहा था कि सीआइडी को इस घटना के मुख्य अपराधी को पकड़ना चाहिए। वंश ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार है। गांव-गांव में गोरक्षकों की भर्ती किसने की तथा कौन उनके पहचान पत्र बना रहा है? सरकार और पुलिस को ऐसे लोगों का पर्दाफाश करना चाहिए।
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