नईदुनिया प्रतिनिधि,जशपुरनगर: पुलिस को चकमा देने के लिए गांजा तस्कर अब महिलाओं को आगे कर रहें हैं। सोमवार को जिले की बागबहार पुलिस ने ऐसे ही एक रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 3 महिला और 1 पुरूष तस्कर को गिरफ्तार किया है। मामला जिले के बागबहार थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार बागबहार पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली थी कि एक सफेद रंग की कार में तस्कर भारी मात्रा में गांजा लेकर बेचने के इरादे से बागबहार से लैलूंगा के लिए निकले हैं। रेकी करने के लिए एक सफेद रंग की स्कूटी भी आगे आगे चल रही है। एसपी शशि मोहन सिंह के निर्देश पर पत्थलगांव के एसडीओपी धु्रवेश कुमार जायसवाल,डीएसपी भावेश समरथ और प्रशिक्षु डीएसपी भानूप्रताप के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हल्दीझरिया के ग्रेजर चौक पर नाकाबंदी कर,वाहनों की जांच कर ने में जुटी हुई थी। इसी दौरान एक सफेद रंग की स्कूटी क्रमांक 14 एमपी 6401 को जवानों ने जांच के लिए रोका। इस स्कूटी में पीछे एक महिला बैठी हुई थी।
पूछताछ के दौरान नाकाबंदी से कुछ दूर पहले एक सफेद रंगी की कार आ कर रूकी। इस कार का चालक,कार के रूकते ही,दरवाजा खोल कर,जंगल की ओर भाग गया। चालक को भागता हुआ देख कर,पुलिस के जवानों ने तत्काल कार को घेर में ले लिया। इस कार में दो महिलाएं सवार थी। इस कार की तलाशी लिये जाने पर गांजा से भरे हुए प्लास्टिक के 31 पैेकेट जब्त किये गए। पुलिस के अनुसार 40 किलो गांजा जब्त किये गए है। मामले में कार्रवाई करते हुए,पुलिस टीम ने कार,गांजा,स्कूटी को जब्त कर,आरोपितों को पूछताछ के लिए थाना ले आई। पूछताछ में पकड़े गए तस्करों की पहचान स्कूटी में रेकी कर रहे आरोपितों की पहचान मुड़ाबहला निवासी दिलीप कुमार यादव और उसके साथ बैठी महिला की पहचान हल्दीझरिया आरती कुजूर,कार में सवार महिलाओं की पहचान बिमला तिग्गा और निर्मला तिग्गा के रूप में की गई। ये दोनों आरोपित महिला भी हल्दीझरिया के निवासी है।
मामले में बागबहार पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 120 बी के अंर्तगत अपराध पंजिबद्व करते हुए चारो आरोपितों को गिरफ्तार कर,न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। मौक से फरार हुए कार चालक की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है। पूछताछ में पकड़े गए तस्करों ने उसके रायगढ़ जिले का निवासी होना बताया है। उल्लेखनिय है कि पड़ोसी राज्य ओडिशा से होने वाले गांजा तस्करी को रोकना,जशपुर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। तस्करों पर नकेल कसने के लिए छत्तीसगढ़ ओडिशा की अंर्तराज्यी सीमा पर विशेष जांच नाका स्थापित किया गया है। इससे दबाव में आए तस्कर अपना रास्ता और तरीका दोनों बदल रहे हैं।