
नारायणपुर। IED Blast in Narayanpur: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में ओरछा थाना क्षेत्र के बटुमपारा में नक्सलियों के लगाए आइईडी ब्लास्ट में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 16वीं बटालियन में पदस्थ प्रधान आरक्षक संजय लकड़ा (42) बलिदान हो गए। सुकमा जिले में शनिवार को मुठभेड़ में तीन जवान बलिदान हो गए थे।
ओरछा थाने से रविवार की सुबह सुरक्षा बल की संयुक्त पार्टी रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। थाने से करीब तीन किमी दूर आइईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से प्रधान आरक्षक संजय लकड़ा बलिदान हो गए। वे जशपुर जिले के ग्राम ब्राहमनपुरा के थे। उनके पार्थिव शरीर को गृहग्राम के लिए भेजा गया है।
नारायणपुर मुख्यालय में कलेक्टर अजीत वसंत व एसपी पुष्कर शर्मा की उपस्थिति में उन्हें अंतिम सलामी दी गई। एसपी ने बताया कि नक्सलियों के आइईडी लगाए जाने की सूचना मिली थी। ओरछा थाना से सीएएफ, डीआरजी के साथ बम डिस्पोजल स्क्वाड को रवाना किया था। इस दौरान ब्लास्ट हुआ, जिसकी चपेट में जवान आ गया। घटना के बाद क्षेत्र में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है।
इससे पहले बस्तर संभाग के सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र में शनिवार को नक्सलियों से मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के तीन जवान बलिदान हो गए। नक्सलियों से लड़ते हुए डीआरजी जवान एएसआइ रामूराम नाग (36) निवासी जगरगुंडा, असिस्टेंट कांस्टेबल जोगा कुंजाम (33) व सैनिक वंजाम भीमा (31) निवासी मरकागुड़ बलिदान हो गए। इस मुठभेड़ में पुलिस ने पांच से छह नक्सलियों को भी मार गिराने का दावा किया है।
सूत्रों के अनुसार जगरगुंडा क्षेत्र के नए स्थापित कुंदेड़ कैंप से निर्माणाधीन जगरगुंडा-बासागुड़ा सड़क की सुरक्षा के लिए एरिया डोमिनेशन पर पार्टी निकली थी। कैंप से दो किमी दूर आश्रमपारा के पास सुबह करीब साढ़े आठ बजे नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षा बल पर हमला कर दिया। करीब एक घंटे की मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से भाग खड़े हुए।
ग्रामीणों ने भी बताया कि सुबह अचानक गोलीबारी और बम धमाकों की आवाज सुनाई दी। इसके बाद वे घर में दुबक गए। एसपी सुनील कुमार ने बताया कि जवानों के शव कैंप में लाए गए हैं। दंतेवाड़ा और सुकमा से बैकअप पार्टी को घटनास्थल की ओर भेजा गया है। क्षेत्र की सर्चिंग की जा रही है। ज्ञात हो कि कुंदेड़ कैंप को हाल ही में स्थापित किया गया है। जगरगुंडा का क्षेत्र नक्सलियों की उपराजधानी के नाम से जाना जाता है। यहां नक्सली पहले भी कई बड़े हमले कर चुके हैं।