0 बैजनाथपारा, सीरत मैदान में सुनने उमड़ा मुस्लिम समाज
रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
सुन्नी मुस्लिम समाज के सर्वोच्च धर्म गुरु पैगम्बर साहब के वंशज हजरत सैयद मो. मदनी मियां किबला अशरफी उल जिलानी किछौछा मुकद्दसा के 83वें यौमें विलादत (जन्मदिन समारोह) का आयोजन रविवार को बैजनाथपारा स्थित सीरत मैदान में किया गया। मोहद्दिसे आजम मिशन के नेतृत्व में ताजदारे अहले सुन्नत शैखुल इस्लाम कांन्फ्रेंस में मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग शामिल हुए। कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के सर्वोच्च धर्मगुरुओं में से एक पैगम्बर साहब के वंशज गाजी -ए-मिल्लत हजरत सैयद हाशमी मियां किबला अशरफी उल जिलानी किछौछा मुकद्दमा (उत्तर प्रदेश ) विशेष रूप से पधारे। राज्य शासन ने उन्हें विशेष अतिथि का दर्जा प्रदान किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने रायपुरवासियों से नेक राह पर चलने और शांति, सद्भावना के साथ एक-दूसरे का सहयोग करने का संदेश दिया।
इससे पूर्व शाम को राजधानी पहुंचने पर एयरपोर्ट में समाज के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। वे करीब 5 वर्षों बाद राजधानी पहुंचे हैं। स्वागत करने वालों में छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के चेयरमैन हाजी सलीम अशरफी, मोहद्दिसे आजम मिशन रायपुर के मो. आरिफ एडवोकेट, मो. इरफान गुड़्डू, रुस्तम भाटी, फहीम अशरफी, यूसुफ अशरफी, सलीम चिश्ती, अशरफ हुसैन अशरफी, सलीमुद्दीन अशरफी, मुश्ताक अली, रज्जाु, अय्यूब दानी, फारूक डेंटर, यूसुफ रायपुरी, मोइन अशरफी, अवैश अशरफी, कबीर भाई, रब्बू अशरफी, हबीब भाई, यासीन, नासीर, गुलाम यजदानी, शरफुद्दीन समेत काफी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे।