चुनावी सभा में गरजे पीएम मोदी, कहा- पूरा बंगाल अब एक स्वर में कह रहा है- आर नॉय औन्नॉय
Updated: | Sun, 07 Mar 2021 03:58 PM (IST)पीएम मोदी आज बंगाल में हैं। यहां उन्होंने ब्रिगेड मैदान में चुनावी सभा को संबोधित किया। तेज धूप व गर्मी के बावजूद उन्हें सुनने बड़ी संख्या में लोग उमड़े। वे आप पूरी लय में नज़र आए। उनका भाषण बहुत जोशीला और मारक रहा। अपने तीखे भाषण में उन्होंने ममता बनर्जी की जमकर खबर ली। उनके शब्द नपे तुले और सारगर्भित थे। बीच-बीच में बंगाली भाषा में कुछ वाक्य बोलकर उन्होंने समां बांध दिया। यहां पढ़ें उनके इस ओजस्वी संबोधन के मुख्य अंश।
- आज बंगाल का मानुष परेशान है, वो अपनी आंखों के सामने अपनों का खून बहता देखता है। वो अपनों को अपनी आंखों के सामने लुटते हुए देखता है। वो अपनों को इलाज के अभाव में दम तोड़ते हुए देखता है। पूरा बंगाल अब एक स्वर में कह रहा है- आर नॉय औन्नॉय।
- मेरे आप सभी दोस्त बताइए, दोस्ती चलेगी या तोलाबाजी? बहनों और भाइयों, आपके इसी जोश से दीदी और उनके साथियों की नींद उड़ी हुई है। तभी तो ये लोग कह रहे हैं कि इस बार - खेला होबे।
- जब आपकी स्कूटी भवानीपुर जाने की बजाय नंदीग्राम की तरफ मुड़ गई। दीदी, हम तो हर किसी का भला चाहते हैं, हम नहीं चाहते किसी को चोट आए। लेकिन जब स्कूटी ने नंदीग्राम में ही गिरना तय किया, तो हम क्या करें।
- बंगाल के चायवाले, यहां के टी गार्डन्स में काम करने वाले हमारे भाई-बहन तो मेरे विशेष दोस्त हैं। मेरे ऐसे कामों से उनकी भी अनेक परेशानियां कम हो रही हैं। हमारी सरकार के प्रयासों से मेरे इन चायवाले दोस्तों को सोशल सेक्योरिटी स्कीम्स का भी लाभ मिलना तय हुआ है।
- आपने लोगो की मेहनत की कमाई से, लोगों की ज़िन्दगियों से खेला है। आपने चाय बागानों को ताला लगा दिया, राज्य को क़र्ज़ में डुबो दिया। आपने युवाओं से उनके हक की नौकरी, उनका वेतन तक छीन लिया। अब ये नहीं चलेगा, अब ये खेल नहीं चलेगा।
- यहां इस ब्रिगेड ग्राउंड से पूरे बंगाल के लोगों से पूछता हूं- क्या TMC सरकार बंगाल के गरीबों, यहां की महिलाओं, यहां के बच्चों की गुनेहगार है कि नहीं?
- दीदी आज पश्चिम बंगाल के नौजवान, यहां के बेटे-बेटियां आपसे एक ही सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने आपको दीदी की भूमिका में चुना था। लेकिन आपने खुद को एक ही भतीजे की बुआ तक सीमित क्यों कर दिया?
- दीदी, आप बंगाल की ही नहीं आप तो भारत की बेटी हैं! कुछ दिन पहले जब आपने स्कूटी संभाली, तो सभी प्रार्थना कर रहे थे कि आप सकुशल रहें! अच्छा हुआ आप गिरी नहीं, नहीं तो जिस राज्य में वो स्कूटी बनी है, उस राज्य को ही अपना दुश्मन बना लेतीं।
- आपने एक ही भतीजे की बुआ होने के मोह को क्यों चुना? बंगाल के लाखों भतीजे-भतीजियों की आशाओं के बजाय आप अपने भतीजे का लालच पूरा करने में क्यों लग गईं? आप भी भाई-भतीजावाद के उन कांग्रेसी संस्कारों को छोड़ नहीं पाईं, जिनके खिलाफ आपने बगावत की थी।
- कोरोना ने पूरी दुनिया में सबको परेशान किया लेकिन मेरे ये गरीब दोस्त ही थे, जो बहुत परेशान हुए। जब कोरोना आया तो मैंने अपने हर दोस्त को मुफ्त में राशन दिया, मुफ्त गैस सिलेंडर दिया और करोड़ों रुपए बैंक खाते में जमा करवाए।
- मैं भी गरीबी में पला-बढ़ा और इसलिए उनका दुख-दर्द क्या है, चाहे वो हिंदुस्तान के किसी भी कोने में क्यों न हो, क्योंकि वो हमारे दोस्त हैं, उनको मैं भली-भांति अनुभव का सकता हूं। इसलिए मैं दोस्तों के लिए काम करता हूं और मैं दोस्तों के लिए ही काम करता रहूंगा।
- बंगाल में 4 करोड़ से ज्यादा जन धन खाते खोले गए, इसमें आधे से ज्यादा खाते महिलाओं के ही हैं। हमने जब मुद्रा लोन देकर नए अवसर दिए, तो इसका भी लाभ लेने वाली 75% महिलाएं ही हैं।
- बीते 6 वर्ष में केंद्र सरकार की हर योजना के केंद्र में हमारी बेटियां और माताएं, बहनें रही हैं। आज गरीब को अपना पक्का घर भी मालकिन के नाम से ही मिल रहा है। घर घर शौचालय बनें, इज्जत घर बनें, तो बहन -बेटियों को ही सम्मान मिला।
- क्या गरीब की चिंता करना, उसकी सेवा करना हमारा कर्तव्य नहीं है? या हम इस पर भी राजनीति करेंगे?
लेकिन अफसोस, TMC सरकार यही कर रही है। हर घर जल पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार जो पैसे भेज रही है, उसका बहुत बड़ा हिस्सा आज तक यहां की सरकार खर्च ही नहीं कर पाई है।