मध्य प्रदेश में कृषि विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका, मंत्री ने दिए जांच के आदेश
Updated: | Thu, 04 Mar 2021 09:17 PM (IST)भोपाल (नईदुनिया स्टेट ब्यूरो)। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पद के लिए भर्ती परीक्षा विवादों में फंस गई है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) द्वारा आयोजित परीक्षा के अभी परिण्ााम घोषित नहीं हुए हैं पर जो आंसरशीट अपलोड की गई है, उसमें मेरिट में आने वाले सभी अथ्यर्थी एक ही जिले सीहोर के बताए जा रहे हैं। आवेदकों ने कृषि मंत्री कमल पटेल से इसकी शिकायत की। उन्होंने बोर्ड अध्यक्ष केके सिंह को पूरे मामले की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
छात्रों ने पीईबी द्वारा 10-11 फरवरी 2021 को आयोजित आनलाइन परीक्षा को लेकर शिकायत की है। पूर्व मंत्री जीतू पटवरी के बाद गुरुवार को बजट चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भी यह मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की पीईबी द्वारा की गई आनलाइन भर्ती परीक्षा सवालों के घेरे में है। छात्र गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं। एक ही कालेज के छात्र अव्वल आए हैं। इसकी जांच कराई जानी चाहिए। वहीं, पटवारी ने कहा व्यावसायिक परीक्षा मंडल परिवर्तित नाम प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ियों के लिए देश और दुनिया में चर्चित रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए।
उधर, कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया परिणाम अभी आए नहीं है, लेकिन आनलाइन परीक्षा में सब पता चल जाता है कि कितने नंबर आए। इंदौर में कृषि महाविद्यालय छात्र संघ के नेता ने शिकायत की है। बोर्ड के अध्यक्ष केके सिंह को बुलाकर उनके सामने चर्चा की और छात्रों ने जो प्रश्न रखे हैं, दस्तावेज दिए हैं, उसके आधार पर जांच करवा रहे हैं। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। जब तक जांच नहीं हो जाती परिणाम घोषित नहीं होंगे।
पांच-छह साल से हो रहे थे फेल
मंत्री पटेल ने बताया यह बात सामने आई है कि जिन छात्रों को सर्वाधिक अंक मिले हैं, वे पांच-छह साल से फेल हो रहे हैं। इस वजह से शंका तो होती है, इसलिए ही जांच के आदेश दिए हैं। हमारी नीयत और नीति स्पष्ट है। पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं। काम तो अधिकारी करते हैं। जांच करा रहे हैं, किसी को नहीं छोड़ेंगे। कोई रैकेट काम कर रहा है तो उसे भी नहीं छोड़ेंगे।