30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर आखिरी चंद्रग्रहण
Updated: | Fri, 27 Nov 2020 10:38 PM (IST)भोपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)।
ज्योतिष शास्त्र व विज्ञान के अनुसार ग्रहण को काफी खास माना जाता है। खगोलीय वैज्ञानिकों के मुताबिक से ग्रहण एक खगोलीय घटना है। ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि जब भी ग्रहण लगता है,तब इसका मानव के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। साल 2020 का आखिरी ग्रहण 30 नवंबर पड़ रहा है। यह चंद्रग्रहण होगा। यह एक उपच्छाया ग्रहण के रूप में दिखाई देगा। मां चामुंडा देवी के पंडित रामजीवन दुबे और ज्योतिषाचार्य पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा पर उपच्छाया चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में सोमवार को लगेगा। ग्रहण का समय भारतीय समयानुसार दोपहर 1:04 बजे पर एक छाया से पहला स्पर्श, दोपहर 3:13 मिनट पर परम ग्रास चंद्र ग्रहण होगा। शाम 5:22 बजे उपच्छाया से अंतिम स्पर्श होगा। इस स्थिति में चांद पर एक धुंधली परत बनी नजर आती है। यह चंद्रग्रहण पूर्वी भारत में धुंधला होता दिखाई देगा। उत्तरी, दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर, ऑस्टेलिया और एशिया महादीप के पूर्वी भाग में चंद्रग्रहण को देखा जा सकता है। चंद्रग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है, यानी इसका कोई सूतक काल नहीं होगा। इसमें सभी धार्मिक और मांगलिक कार्य कर सकते है, लेकिन सृष्टि के जीवों पर इसका असर दिखाई देता है। इसका असर राशि भी देखने को मिलेगा। सर्वार्थ सिध्दि योग व वर्धमान योग इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन रहेगा।
-क्या होता है उपच्छाया
ज्योतिषाचार्य विनोद रावत ने बताया कि पूर्ण और आंशिक ग्रहण के अलावा एक उपच्छाया ग्रहण भी होता है। उपच्छाया चंद्र ग्रहण ऐसी स्थिति को कहा जाता है। जब चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया न पड़कर उसकी उपच्छाया मात्र पड़ती है। इसमें चंद्रमा पर एक धुंधली सी छाया नजर आती है। इस घटना में पृथ्वी की उपच्छाया में प्रवेश करने से चंद्रमा की छवि धुंधली दिखाई देती है। कोई भी चंद्रग्रहण जब भी आरंभ होता है,तो ग्रहण से पहले चंद्रमा पृथ्वी की परछाई में प्रवेश करता है। जिससे उसकी छवि मंद पड़ जाती है। चंद्रग्रहण के समय जातकों पर इसका प्रभाव मन पर पड़ता है। ग्रहण पर चंद्रमा पीड़ित होते है। इसलिए इस समय यह अशुभ फल प्रदान करता है। मकर राशि पर शनि गुरु का नीच भंग होने से भारत के बाहरी संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। भारत भी मजबूत नेतृत्व में कोरोना से लड़ने में सक्षम दिखाई देता है।
यह पड़ेगा राशियों पर असर
मेष-उत्साह,उमंग एवं आकर्षण बढ़ेगा।
वृष-मानसिक अशांति,स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
मिथुन-मानसिक तनाव हो सकता है,धैर्य बनाए रखें।
कर्क- साहस पराक्रम व संपर्क बढ़ेगा। सिंह धैर्य से काम लें,अपनो से लाभ होगा।
कन्या-क्रोध पर नियंत्रण रखें। ज्यादा बोलने से बचें।
तुला-मित्रों और करीबियों से स्र्के काम बनेंगें।
वृश्चिक-सुख समृध्दि बढ़ेगी। शत्रु पर विजय होगी।
धनु-सेहत खराब हो सकती है,दैनिक दिनचर्या में बदलाव करें।
मकर-मान यश,बढ़ेगा,प्रॉपर्टी खरीद के योग है।
कुंभ-भाग्य की प्रबलता से सभी क्षेत्रों में लाभ।
मीन-रिश्तों में अनुकूलता व करोबार बढ़ेगा।
Posted By: Ravindra Soni