
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। संगीत की दुनिया का सितारा कहे जाने वाले तानसेन की स्मृति में आयोजित होने वाला मध्य प्रदेश का विख्यात तानसेन समारोह इस वर्ष स्वर्ण जयंती के रूप में भव्यता और प्रतिष्ठा की नई ऊंचाइयां छूने जा रहा है। समारोह की 100वीं वर्षगांठ पर इसका उत्सव देशभर में होगा। तानसेन की जन्मभूमि ग्वालियर के अलावा दिल्ली, जयपुर, पटना, भोपाल और अहमदाबाद जैसे शहर भी सांस्कृतिक उत्सव के साक्षी बनेंगे।
तानसेन समारोह को देशव्यापी बनाने के लिए मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग व केंद्र सरकार की संगीत नाटक अकादमी संयुक्त आयोजन करेंगी। फिलहाल सांगीतिक कार्यक्रमों के लिए देश के छह राज्यों का चयन किया है। सामान्यत: छह दिन तक चलने वाला तानसेन समारोह इस बार एक माह तक चलेगा। इनमें देशभर के हजारों कलाकार और विश्वभर से संगीत की जानी-मानी हस्तियां शामिल होंगी।
तानसेन समारोह की 100वीं वर्षगांठ का यह विराट उत्सव केंद्रीय संस्कृति विभाग की सेंटनरी सेलिब्रेशन योजना के अंतर्गत आयोजित होगा। इसमें विभाग की संगीत नाटक अकादमी सभी राज्यों के संस्कृति विभाग के साथ समन्वय कर अलग-अलग शहरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम करेगी। जानकारी के अनुसार संगीत नाटक अकादमी ने अब तक मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान और गुजरात का चयन कर लिया है। अगले सप्ताह समिति की बैठक में अन्य राज्यों के नाम पर मुहर लगेगी।
इस अभूतपूर्व सांस्कृतिक उत्सव के लिए मप्र के सैकड़ों कलाकारों को विभिन्न संगीत महाविद्यालयों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। संगीत नाटक अकादमी की समिति करीब 20 हजार पंजीकृत कलाकारों में से सर्वश्रेष्ठ कलाकारों का चयन कर संगीत के महाकुंभ में भेजेगी। इसके अलावा विदेश के भी कई कलाकार समारोह में आमंत्रित किए जाएंगे।
