Dhar News: प्रारंभ होने से पहले सरकारी स्कूलों में दूर हो पेयजल की किल्लत
Updated: | Sun, 29 Nov 2020 09:24 AM (IST)उमरबन(धार), नईदुनिया न्यूज। सरकारी स्कूलों में हर साल विद्यार्थियों को पीने के पानी की समस्या रहती है। हालांकि कोरोना महामारी के कारण फिलहाल स्कूल बंद हैं, लेकिन विद्यालय प्रारंभ होने से पहले पेयजल की किल्लत दूरी करनी होc ने भी स्कूलों और आंगनबाड़ी में पेयजल उपलब्धता को लेकर विशेष जोर दिया था। जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल-जल योजना के माध्यम से स्कूलों में पानी उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। इसके लिए जिम्मेदारी सौंपकर 100 दिन का लक्ष्य तय किया गया था। जनपद पंचायत उमरबन की 61 ग्राम पंचायतों में से 18 पंचायतों के विद्यालयों में पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। इसका मुख्य कारण जमीन के लेवल से काफी नीचे पानी होना है। शासन एवं प्रशासन विद्यालयों के आसपास हैंडपंप लगवाता है, लेकिन कुछ ही समय हैंडपंप दम तोड़ देते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चों को नदियों का सहारा लेना पड़ता है। इसके चलते शुद्ध पानी नहीं मिल पाता। कई जगह तो फ्लोराइड युक्त पानी बच्चों को पीना पड़ता है।
इन स्कूलों में है पानी की किल्लत
जनपद शिक्षा केंद्र की ग्राम पंचायत अहेरवास के गांव सातपुरा के ईजीएस विद्यालय में हैंडपंप लगाया गया है, लेकिन पानी नहीं होने से यह बेकार पड़ा है। साकल्दा पंचायत के पांजरिया गांव के प्रावि, जामनिया खुर्द के माध्यमिक विद्यालय तथा देवलरा के सालेपुर खेड़ी के प्राथमिक विद्यालय में हैंडपंप में पानी उपलब्ध है, लेकिन फ्लोराइड युक्त होने से उपयोग में नहीं लिया जाता है। लवाणी के गांव फारेस्टपुरा के ईजीएस विद्यालय, पाठा के गांव ढेकली, रणगांव के नदीपुरा, खरगोन के डोडवापुरा, मलनगांव, उमरबन खुर्द के प्रावि, चौकी के ग्राम कनिष्ठ भमोरी, बायखेड़ा के भाभरपुरा व खेरवा जागीर के बयड़ीपुरा के इजीएस विद्यालय, लुन्हेरा के बालीपुर खुर्द, कलालदा के खेड़ापुरा के प्रावि में हैंडपंप हैं, लेकिन पानी नहीं होने से परेशानी है। बयड़ीपुरा, के इजीएस विद्यालय, जामन्या मोटा व रामाधामा के भयडयापुरा के प्रावि, धनखेड़ी के मावि में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां हैंडपंप भी नहीं है। मंडावदा के मावि में पानी पीने योग्य नहीं है।
नल-जल योजना से होगा समाधान
विद्यालयों में पानी की समस्या है, उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है। नल-जल योजना से ही समस्या का समाधान होगा। फिलहाल जहां व्यवस्था नहीं है, वहां संबंधित विद्यालय को पानी की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। - हेमंत चौहान, बीआरसी, उमरबन