ग्वालियर में कोहरे व अतिशीतल दिन से जनजीवन हुआ प्रभावित
क्रवार को शहर में घना कोहरा छाया। चार घंटे ही सूरज निकल सका। कोहरे के कारण दृश्यता 20 मीटर रही।
Updated: | Fri, 21 Jan 2022 08:26 PM (IST)- प्रदेश का सबसे घना कोहरा भी छाया
शहर पिछले सात दिन से कड़ाके की ठंड का सामना कर रहा है। कड़ाके की का सामना रात की बजाए दिन में करना पड़ रहा है। इस कारण ठंड असहनीय हो गई है। घर के अंदर व बाहर कंपकपी जारी है। गत दिवस हुई बूंदाबांदी ने कोहरा और घना कर दिया है। दोपहर 12 बजे तक कोहरे ने सूरज को नहीं निकल दिया। दोपहर 12 बजे के बाद धूप निकली तो वह ज्यादा असरदार नहीं रही। इस कारण कोल्डे रिकार्ड हुहुआ। प्रदेश में ग्वालियर वि भिंड का दिन सबसे ज्यादा ठंडा रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण बदलेगा मौसम
-जम्मू कश्मीर पश्चिमी विक्षोभ पहुंच चुका है। इस कारण राजस्थान में चक्रवातीय घेरा मजबूत हो रहा है। इस असर से 22 से 23 जनवरी के बीच बारिश की संभावना बनी हुई है। यह बारिश 22 जनवरी को सुबह से 23 जनवरी की सुबह के बीच हो सकती है। उसके बाद बादल चले जाएंगे। घना कोहरे छाना शुरू होगा।
- 24 जनवरी से फिर से कड़ाके की ठंड की शुरुवात होगी। ठंड से राहत की उम्मीद नहीं दिख रही है। 15 जनवरी से शहर कड़ाके की ठंड का सामना कर रहा है।
2019 में हुअा एेसा मौसम
-शहर ने वर्ष 2019 में इस तरह की ठंड का सामना किया था। 11 दिन तक सीवियर कोल्ड व कोल्ड डे रिकार्ड हुअा था। सूरज के दर्शन नहीं किए थे। 2019 में 100 साल के रिकार्ड में पहली बार कड़ाके की ठंड पड़ी थी। यह दिसंबर 2019 में हुई थी। बारिश के कारण कोहरा अाया था। कोहरा छाने से धूप नहीं निकली थी। उत्तरी हवाओं का अाना जारी रहा था। अधिकतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस पर हुआ गया था।
- इस बार भी ठंड का दौर लंबा चला है। सात का सामना करते-करते सात दिन बीत चुके हैं। अगले चार से पांच दिन तक राहत की उम्मीद भी नहीं दिख रही है। इस कारण ठंड नया रिकार्ड बना सकती है।
अधिकतम तापमान-16.4 डिसे
न्यूनतम तापमान-7.5 डिसे
पारे की चाल
समय तापमान
05:30 10.0
0830 10.0
1130 11.6
1430 15.8
1730 14.6
इनका कहना है
ग्वालियर-चंबल संभाग में 22 जनवरी को बारिश के अासार हैं। बारिश की संभावना 23 जनवरी की सुबह तक है। इसके बाद छट जाएंगे। कोहरे के साथ ठंड की शुरुवात होगी। ठंड से राहत की संभावना कम दिख रही है।
वेदप्रकाश सिंह, रडार प्रभारी मौसम केंद्र भोपाल
Posted By: anil.tomar