Gwalior Municipal Corporation News: गुड गवर्नेंस की खुली पाेलः निगम मुख्यालय से 26 गैर हाजिर मिले
Updated: | Fri, 26 Feb 2021 12:45 PM (IST)Gwalior Municipal Corporation News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गुड गर्वेनेंस के संकल्प को ग्वालियर नगर निगम पूरा नहीं होने देगा। काम न ड्यूटी, सिर्फ लापरवाही, यही नगर निगम में चल रहा है। गुरुवार को निगमायुक्त शिवम वर्मा के औचक निरीक्षण में गुड गर्वेनेंस की पोल खुल गई।
निगमायुक्त ने सुबह 11 बजे निगम मुख्यालय में ही जनकल्याण विभाग में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 17 कर्मचारी गैरहाजिर मिले, जबकि उन्हें अपनी सीट पर होना चाहिए था। वहीं एनयूएलएम में नौ कर्मचारी गायब मिले। यह हाल देख खुद आयुक्त भी हैरत में पड़ गए। आयुक्त ने सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। गैरहाजिरी की शिकायत भी आयुक्त को लगातार मिल रहीं थीं।
यह कर्मचारी मिले अनुपस्थित: आरती पांडे, गौरव गोयल, कनीजा खान, धीरज शर्मा, रक्षा ढपले, गोपाल साहू, करुणाकांत श्रीवास्तव, आशा यादव, सुमन बघेल, परवेज खान, वर्षा गोस्वामी, माधवी बाथम, अमृता राठौड़, नीरजा रजक, कुलदीप, राजेंद्र कुमार, प्रेमनाथ चौधरी, किरण भार्गव, शशि सेंगर, ज्योति सक्सेना, अफरोज कुरेशी, शारदा किरार, लता बाथम, मयंक दीक्षित, राजेंद्र पटेल व अंकित दीक्षित अनुपस्थित मिले।
ट्रांसपोर्ट नगर होगा नगर निगम के हैंडओवरः ग्वालियर विकास प्राधिकरण और नगर निगम के बीच एक दशक से अधिक समय से अटके ट्रांसपोर्ट नगर का निगम प्रशासक ने निर्णय करा दिया है। नगर निगम अब ट्रांसपोर्ट नगर को अपने हेण्डओवर लेगा। जबकि इस कार्य के लिए ग्वालियर विकास प्राधिकरण नगर निगम को 6 करोड़ स्र्पये देगा। करीब तीन दशक पहले बनाए गए ट्रांसपोर्ट अभी तक नगर निगम ने अपने हेण्डओवर नहीं लिया है। इसके कारण इसमें अभी भी कई मूलभूत सुविधाएं नहीं है। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर को हैण्डओवर लेने के लिए प्राधिकरण कई बार नगर निगम से बोल चुका था, लेकिन इसके बाद भी वह निगम के हेण्डओवर नहीं हो सका था। निगम प्रशासक आशीष सक्सेना ने ट्रांसपोर्ट नगर को नगर निगम के हेण्डओवर करने का आदेश दिया है।