ग्वालियर में बेटे को डाक्टर को दिखाने आए व्यापारी की जेब काटकर 50 हजार निकाले
बेटे का इलाज कराने आए एक व्यक्ति की आटो में जेबकटो ने जेब तरास दी और 50 हजार रुपए निकाल लिए।
- स्टेशन से फूलबाग चौराहे के बीच हुई घटना,
- जेबकटों की गैंग को पहचान के लिए पुलिस चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देख रही है
ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। भिंड से माल लेने व बेटे का डाक्टर से चेकअप कराने के लिए दौने-पत्तल के कारोबारी की पेट की जेब पर ब्लेड का कट मारकर 50 हजार रुपये जेबकटों की गैंग ने निकाल लिए। नोटों की गड्ड़ी हाथ में आते ही व्यापारी के साथ आटो में बैठे दो युवक फूलबाग चौराहे उतरकर भाग गए। एक जेबकट का जूता आटो में छूट गया। जेबकटी की घटना सोमवार की दोपहर की है। जेब कटी की सूचना मिलते ही पड़ाव थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस जेबकट गैंग की पहचान करने के लिए फूलबाग चौराहे के फुटेज देख रही है।
भिंड निवासी विजय जैन ने बताया कि उनकी बतासे वाली गली में दौने- पत्तल की दुकान है। सोमवार की सुबह यहां बेटे का डाक्टर से चेकअप कराना था और माल लेना था, और एक- दो व्यापारियों का भुगतान भी करना था। इसलिए 50 हजार रुपये जेब में रखकर लाए थे। सुबह बेटे के साथ ट्रेन से ग्वालियर रेलवे स्टेशन उतरे। स्टेशन पुल के पास स्थित पेट्रोल पंप से जयेंद्रगंज जाने के लिए आटो ली। पिता-पुत्र आटो में बैठ गए। इसी बीच एक और युवक आटो में बैठ गया। कुछ ही दूरी पर एक और युवक आटो रूकवाकर बैठ गया। सुनियोजित तरीके से दोनों युवकों ने पिता-पुत्र को अपने बीच में कर लिया।
जेब पर कट मारकर, नोटो की गड्ड़ी निकाल ली
यह जेबकट काफी चालाक व शातिर होते हैं। दोनों ने आटो में धक्का-मुक्की कर ब्लेड से जेब कट मारकर 50 हजार रुपये की गड्ड़ी निकाल ली। और फूलबाग चौराहे पर आटो गति धीमी होते ही दोनों युवक गाड़ी से कूद गए। भाग-दौड़ में एक जेबकट का जूता पैर से निकल कर आटो में रह गया। आटो चालक ने व्यापारी से पूछा कि देखों तुम्हारी जेब तो नहीं कट गई। जेब पर हाथ देखा तो, वाकई 50 हजार रुपये गायब थे। और जेब भी कटी हुई थी।
बाइक से भागे दोनों जेबकट
व्यापारी ने बताया कि उनके साथ बैठे दोनों युवकों का एक साथी पीछे बाइक से आ रहा था। दोनों युवक आटो से उतरकर उसकी बाइक पर बैठकर मौके से भाग गए। व्यापारी चिल्लाता रह गया। पड़ाव थाना पुलिस ने व्यापारी की शिकायत पर अज्ञात युुवकों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया है।
आधा सैकड़ा से अधिक वारदातों हो चुके हैं
इसी तरकीब से शहर में आधा सैकड़ा से अधिक वारदातें हो चुकीं है। जेबकटों की गैंग से दो से तीन की समूह में वारदात को अंजाम देती हैं। पहले एक शख्स स्टेशन व बस स्टेंड पर उतरने वाले व्यापारियों की नजर रखता है। जेब फुली नजर आने पर आगे खड़े अपने साथी को यह सूचना पास कर देता है। और सुनियोजित तरीके से यह लोग उसी आटो व विक्रम में बैठते हैं, जिसमें इनका शिकार( चिन्हित व्यापारी) बैठता है। आटो के पीछे एक युवक बाइक लेकर चलता है। जेब काटते ही यह लोग यात्री वाहन से कूदकर भागते हैं, और बाइक पर बैठकर गायब हो जाते हैं। इस तरह की शहर में आधा दर्जन से अधिक गैंग सक्रिय हैं। जो कि स्टेशन व गोला का मंदिर रोड पर सक्रिय रहतीं हैंं।
Posted By: anil.tomar