सरसों की तूरी के स्टाक में लगी भीषण आग, आधा दर्जन फायर ब्रिगेड विफल, बारिश होने से बुझी
पोरसा कस्बे के अटेर रोड बाइपास के पास पर रखें सरसों की तूरी के स्टाक में सोमवार की सुबह भीषण आग लग गई।
पोरसा(नईदुनिया न्यूज)। पोरसा कस्बे के अटेर रोड बाइपास के पास पर रखें सरसों की तूरी के स्टाक में सोमवार की सुबह भीषण आग लग गई। स्टाक लगभग 400 से 500 फीट के एरिया में रखा हुआ था। जिससे इस पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। दूसरी तरफ आंधी चलने से आग और भी भड़कती जा रही थी। आग की सूचना पाकर यहां पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। वहीं इस आग को बुझाने के लिए भिंड के गोरमी, मेहंगाव, पोरसा, अंबाह से फायर ब्रिगेड बुलाई गई है, लेकिन इस पहाड़नुमा स्टाक में लगी आग पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है। ढाई घंटे तक फायर ब्रिगेड मशक्कत करती रहीं। गनीमत रही कि इस बीच तेज बारिश हो गई। जिससे यह आग बुझ गई। खास बात यह है कि इस स्टाक से महज 50 फीट की दूरी पर पेट्रोल पंप मौजूद है और इतनी ही दूरी पर तेल मिल है, जिससे खतरा और भी बढ़ गया था। वही लगातार आंधी और हवा चलने से आग फैलती ही जा रही है। सूचना मिलने पर कलेक्टर व एसपी मौके पर पहुंच गए। जहां उन्होंने अधिकारियों को इस तरह के स्टाकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
जानकारी के मुताबिक व्यापारियों द्वारा किसानों से खरीदी गई सरसों की तूरी का अटेर रोड बाईपास पर भारी मात्रा में स्टाक कर रखा है। दरअसल यह तूरी ईट भट्टा में आग लगाने के काम में इस्तेमाल की जाती है। जिसे उत्तर प्रदेश और अन्य जगहों के लिए भेजा जाता है। जिस पर यहां लगभग 400 से 500 फीट के दायरे में इसका पहाड़नुमा स्टाक किया गया है, लेकिन सोमवार की सुबह आई तेज आंधी के बीच अचानक इस स्टाक में आग लग गई। तेजी से उठते हुए धुएं को देखकर यहां पहले पोरसा की फायर ब्रिगेड गाड़ी पहुंची, लेकिन हवा की वजह से सूखी तूरी में आग लगातार फैलती जा रही थी, जिस पर अंबाह और गोरमी, मेहगांव की भी फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। इस आग पर ढाई घंटे की मशक्कत के बाद भी काबू नहीं पाया जा सका है। तहसीलदार अनिल राघव पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। हवा ने फायर दमकल कर्मियों की मुश्किलें बढ़ा दी। सूखी तूरी होने से हवा के सहारे आग बढ़ती ही जा रही थी। परेशानी यह भी थी कि इसके 50 फीट आगे एक पेट्रोल पंप मौजूद है, उसके ठीक पीछे ही इतनी ही दूरी पर एक तेल मिल भी मौजूद है। अगर आप कहीं इन दोनों ही जगह पहुंच गई, तो बेहद ज्यादा भीषण हादसा हो सकता है। इसलिए प्रशासन की प्रयास कर रहा था कि इस आग पर जल्दी से जल्दी काबू पाया जा सके। गनीमत रही कि इसी बीच झमाझम बारिश शुरू हो गई। जिससे इस आग पर काबू पाने में आसानी हो गई।
बिजली गुल होने से फायर ब्रिगेड भरने में आई परेशानीः
यहां आंधी आने से बिजली कंपनी ने किसी तरह के फाल्ट न हों, इसके लिए बिजली सप्लाई को बंद कर दिया। ऐसे में तूरी में लगी आग को बुझाने में आधा दर्जन फायर ब्रिगेड लगी हुई थी, लेकिन हवा से आग बढ़ती जा रही थी। ऐसे में बिजली गुल होने से इन फायर ब्रिगेड में पानी भरने में परेशानियां आ रही थी। इसकी वजह थी कि बिजली न होने से बोर पंप चालू नहीं हो रहा। जिससे यह फायर ब्रिगेड में पानी नहीं भर पा रहा था। इसके बाद नगर पालिका को वैकल्पिक इंतजाम किया। जिसके बाद इनमें पानी भरा जा सका। जिसकी वजह से खासी देरी भी इस आग को बुझाने में हुई।
कलेक्टर एसपी ने दिए स्टाक खत्म करने के निर्देशः
आग लगने के बाद मौके पर कलेक्टर बी कार्तिकेयन व एसपी आशुतोष बागरी पहुंच गए। यहां पहाड़नुमा स्टाक में आग लगी थी, जो रिहायशी इलाके में भी स्थिति था। ऐसे में कोई बड़ी हानि न हो जाए। जहां कलेक्टर ने एसडीएम राजीव समाधिया को तत्काल इस स्टाक करने वाले व्यापारी पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वहीं इस तरह के जहां भी स्टाक है। उन पर भी कार्रवाई कर उन्हें खाली कराने के आदेश दिए। इस दौरान कलेक्टर व एसपी मौके पर खड़े रहे। हालांकि बारिश होने से यह आग बुझ गई। अन्यथा बड़ी हानि हो सकती थी। यहां बता दें कि इस तरह के स्टाक कस्बे में कई जगह पर रखे हुए है। जिसमें जौटई रोड, मंसूरपुरा रोड, तहसील के सामने, भिंड रोड पर रखे हुए हैं।
कथन
-जिसने भी यह तूरी का स्टाक किया है उस पर कार्रवाई की जाएगी। यहां धारा 133 के तहत इसे हटवाया जाएगा। क्योंकि यह बिना अनुमति के स्टाक किया गया है। तूरी एक तरह से ज्वलनशील ही है। इसमें तुरंत आग लगती है। इस लिए जहां भी स्टाक है उनको हटवाया जाएगा। इनकी वजह से बड़ी हानि हो सकती है।
राजीव समाधिया, एसडीएम अंबाह।
Posted By: Nai Dunia News Network