मुरैना में 10 रुपए की फीस में हाथों हाथ कराएं मिलावट की जांच
Updated: | Thu, 19 Nov 2020 09:33 AM (IST)हरिओम गौड़, मुरैना, नईदुनिया प्रतिनिधि। आप बाजार से खाने पीने का कोई सामान खरीद कर लाए हैं और उसमें मिलावट का संदेह है तो, इस शक को आप मात्र 10 रुपए में दूर कर सकते हैं। 10 रुपए का शुल्क देकर फूड सेफ्टी विभाग की चलित लैब में आप किसी भी खाद्य सामग्री मैं मिलावट की जांच करवा सकते हैं। कमल नाथ सरकार की तरह भाजपा की शिवराज सरकार ने भी मिलावट के खिलाफ "मिलावट से मुक्ति अभियान' की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत हर जिले को फूड सेफ्टी विभाग की चलित लैब दी गई है।यह लैब मुरैना जिले में बुधवार को आमद दे चुकी है और आने के साथ ही बाजार में दुकानों पर बिक रहे खाद्य सामग्री की जांच भी करने लगी है।
इस चलित लैब एवं मिलावट से मुक्ति अभियान की खास बात यह है कि, कोई भी व्यक्ति अपनी किचन में उपयोग होने वाले खाने पीने के सामान की जांच इस लैब पर करवा सकता है। इसके लिए फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारी या किसी सरकारी प्रक्रिया से गुजरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिस चीज में मिलावट का शक है उस चीज का थोड़ा सा सैंपल इस लैब पर लाना होगा और 10 रुपए की रसीद कटाने होगी। इसके बाद 5 से 7 मिनट के अंदर उक्त सामग्री में मिलावट है या नहीं? वह खाने योग्य है या नहीं? इसकी जांच रिपोर्ट दे दी जाएगी।
मध्य प्रदेश के हर संभाग को मिली लैब
मिलावट के माफियाओं के खिलाफ शिवराज सरकार ने दीपावली त्यौहार निकलने के बाद कार्यवाही की मुहिम को तेज किया है। इसके तहत चंबल संभाग सहित मध्य प्रदेश के सभी 10 संभागों को फूड सेफ्टी विभाग की एक-एक मोबाइल लैब दी गई है। यह मोबाइल लैब प्रदेश के सभी 52 जिलों में भ्रमण करेंगी। पहले चरण में 1 जिले में एक लैब 10 दिन तक रहेगी जो, दुकानों से लेकर आमजन के द्वारा लाए गए सैंपल की भी गुणवत्ता जांच कर तत्काल उन्हें मिलावट की रिपोर्ट देगी।
मोबाइल लैब पर कोई भी व्यक्ति अपने घर की खाद सामग्री की जांच करवा सकता है। इसके लिए उसे मात्र 10 रुपए का शुल्क देना होगा और रिपोर्ट हाथों हाथ दे दी जाएगी। - अवनीश गुप्ता, फूड सेफ्टी निरीक्षक, मुरैना