All India Kalidas Festival 2020: धर्मनगरी उज्जैन में देव प्रबोधिनी एकादशी पर कालिदास समारोह का शुभारंभ
Updated: | Wed, 25 Nov 2020 08:48 PM (IST)All India Kalidas Festival 2020: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। धर्मनगरी उज्जैन स्थित कालिदास संस्कृत अकादमी का तीन दिवसीय अखिल भारतीय कालिदास समारोह परंपरानुसार बुधवार को देव प्रबोधिनी एकादशी पर शुरू हो गया। उद्घाटन कालिदास अकादमी स्थित पं. सूर्यनारायण व्यास संकुल में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। मुख्य अतिथि संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर थीं। हालांकि वे कार्यक्रम में एक घंटे देरी से पहुंचीं।
पहले दिन समारोह का मंच कालिदास साहित्य में वर्णित नायिकाओं पर आधारित संस्कृत नाटक 'दीपशिखा" के मंच से सुशोभित हुआ। नाटक के निर्देशक रंगकर्मी सतीश दवे थे। प्रस्तुति संस्था परिष्कृति के 21 कलाकारों ने दीं। दोनों मंत्रियों ने अकादमी में लगी राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी और अश्विनी शोध संस्थान की मुद्रा प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। संचालन विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र शर्मा ने किया।
शोध और नवाचार कराएंगे
शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. मोहन यादव ने समारोह के आयोजन की स्वीकृति के लिए शासन का आभार माना। कहा कि समारोह की सतत परंपरा न टूटे, यही हमारा प्रयास है। मंत्री यादव ने कहा कि महाकवि कालिदास के साहित्य पर शोध कार्य और नवाचार कराए जाएंगे। उद्बोधन में संस्कृति मंत्री ठाकुर ने शिवतांडव स्तोत्र का पाठ किया। उन्होंने कहा कि मैं अपने कॉलेज के जमाने में इस समारोह में प्रतियोगी के रूप में शामिल हुई थी। आज समारोह का उद्घाटन कर सम्मान की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि परंपरा न टूटे, इसलिए कोरोना संकट की घड़ी में भी गाइडलाइन का विशेष ध्यान रखते हुए समारोह कराया जा रहा है।
पुस्तक 'कालिदास कलश सुषमा" का विमोचन
अतिथियों ने कालिदास संस्कृत अकादमी की ओर से प्रकाशित पुस्तक 'कालिदास कलश सुषमा" का विमोचन किया। इसके संपादक डॉ. संतोष पंड्या और अकादमी की उपनिदेशक डॉ. योगेश्वरी फिरोजिया ने बताया कि पुस्तक में सन् 1958 से 2018 तक हुए समारोह से संबंधित महत्वपूर्ण चित्र, मूर्तिकला प्रदर्शनी के लिए प्राप्त चित्र और मूर्तिशिल्प को कथासार के साथ सहेजा गया है। पुस्तक में विशिष्टजनों के अभिमत भी हैं।
सांसद और विधायक नहीं आए
उद्घाटन समारोह में सांसद अनिल फिरोजिया सहित जिले के विधायक पारस जैन, दिलीप गुर्जर, रामलाल मालवीय, महेश परमार, मुरली मोरवाल नहीं आए, जबकि इन्हें बतौर विशेष अतिथि आमंत्रित किया गया था। समारोह में विधायक के रूप में सिर्फ महिदपुर के विधायक बहादुरसिंह चौहान ही शामिल हुए। कांग्रेस से जिला पंचायत अध्यक्ष करण कुमारिया मंचासीन हुए।
हिंदी नाटक मालविकाग्निमित्र का होगा मंचन
समारोह के दूसरे दिन गुरुवार शाम 7 बजे कालिदास अकादमी संकुल हॉल में रंगकर्मी शरद शर्मा के निर्देशन में नाटक मालविकाग्निमित्र का मंचन किया जाएगा। शुक्रवार शाम प्रज्ञा गढ़वाल के निर्देशन में मालवी नृत्यनाटिका ऋतुसंहार का मंचन होगा।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay