Guru Nanak Jayanti Date 2020: गुरु नानक जयंती पर इन 14 राज्यों में रहेगा सार्वजनिक अवकाश, देखिए लिस्ट
Updated: | Sat, 28 Nov 2020 01:17 PM (IST)Guru Nanak Jayanti Date 2020: सिख धर्म के संस्थापक और धर्मगुरु नानक जी के जन्म दिवस हर वर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष गुरुनानक जयंती 30 नवंबर, सोमवार को है। गुरुनानक जयंती पूरे देश में मनाई जाती है। 14 राज्यों ने सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया है। यानी इस दिन सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। ये 14 राज्य हैं उत्तर प्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली। इस दिन सुबह-सुबह प्रभात फेरियां निकाली जाती हैं और गुरुद्वारे में कीर्तन करते हैं। गुरुद्वारों को आकर्षक रोशनियों से सजाया जाता है। शाम को लंगर का आयोजन किया जाता है। गुरु नानक जयंती के दिन ही देवों की दीवाली यानी देव दीपावली भी मनाई जाती है। इस तरह देश में उत्साह का माहौल रहता है।
जानिए गुरुनानक देव के बारे में
सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का जन्म 30 नवंबर 1469 को हुआ था। उस दिन कार्तिक पूर्णिमा थी। गुरु नानक देव का जन्म पंजाब (पाकिस्तान) क्षेत्र में रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी गांव के एक हिंदू परिवार में हुआ था। गुरुनानक देव के पिता का नाम कल्याण या मेहता कालू जी था। माता का नाम तृप्ती देवी था। गुरनानक देव का विवाह 16 साल की आयु में गुरदासपुर जिले के लाखौकी की रहने वाली कन्या के साथ हुआ था। इनका नाम सुलक्खनी था। गुरुनानक देव के दो पुत्र थे जिनका नाम श्रीचंद और लख्मी चंद था। दोनों पुत्रों के जन्म के बाद ही गुरु नानक देव अपने चार साथियों के साथ घर से निकल गए थे और घूम-घूम कर उपदेश देने लगे थे। गुरुनानक देव ने तीन यात्राचक्र 1521 तक पूरे किए। इनमें भारत, अफगानिस्तान, फारस और अरब के मुख्य स्थान शामिल थे।
गुरुनानक देव जी ने समाज से बुराइयां दूर करने का काम भी किया। वे मूर्तिपूजा के खिलाफ थे। उनका कहना था कि ईश्वर हमारे अंदर है। वह कहीं बाहर नहीं है। इनके ऐसे ही विचारों से समाज में परिवर्तन आया। लोग जाग्रत हुए। नानक देव जी ने ही करतारपुर (पाकिस्तान) नामक स्थान बसाया था। इनकी मृत्यु 22 सितंबर 1539 को हुई थी।
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