Tandav web series : तांडव वेब सीरीज को लेकर देश भर में भारी आक्रोश, सैफ अली खान सहित अन्य पर देशद्रोह का केस चलाने की मांग
Updated: | Tue, 19 Jan 2021 11:52 PM (IST)Tandav web series : "तांडव" वेब सीरीज को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पूरे मामले पर विश्व हिदू परिषद (विहिप) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि सैफ अली खान सहित इससे जुड़े सभी लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कड़े शब्दों में कहा कि इस तरह की वेब सीरीज के माध्यम से हिदू धर्म व संस्कृति को बदनाम करने की साजिश चल रही है। राष्ट्रीय स्वाभिमान का उपहास उड़ाया जा रहा है। इनके माफी मांगने से कुछ नहीं होगा। इस सीरीज से जुड़े सभी लोगों को गिरफ्तार किया ही जाना चाहिए। केंद्र सरकार को भी ऐसा प्रभावी कानून बनाना चाहिए कि ऐसे गिरोहों के लोग कितना भी प्रयास क्यों नहीं करें, ये हिदू धर्म को बदनाम करने में सफल नहीं हो सकें। ग्रेटर नोएडा में फिल्म के निर्देशक, लेखक, अभिनेता व अभिनेत्री समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले में डिपल कपाड़िया व अभिनेता सैफ अली खान को भी आरोपित बनाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश के गृृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस तरह की वेब सीरीज बनाकर हिदू धर्म की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है। राज्य सरकार इस मामले में केस दर्ज करेगी। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि हम केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजकर तांडव के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग करेंगे। "तांडव" को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जुलूस, नारेबाजी, पुतला दहन और प्रदर्शन हुए। हिंंदू संगठनों ने सीरीज के निर्देशक पर धार्मिंक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद समेत प्रमुख संत-महात्माओं ने भी नाराजगी दिखाते हुए सरकार से जल्द कार्रवाई की मांग की है। कई जिलों में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।
माफी से संतुष्ट नहीं हैं लोग
सीरीज के निर्देशक अली अब्बास जफर विवादित डायलाग पर माफी मांग चुके हैं लेकिन लोग इससे संतुष्ट नहीं है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि कहते हैं कि माफी मात्र से बात नहीं बनेगी। पूरी सीरीज पर ही प्रतिबंध लगना चाहिए। उत्तराखंड सरकार राज्य में इस वेब सीरीज पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के अनुसार सभी तकनीकी पक्षों पर विचार कर इस संबंध में कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ का किसी को अधिकार नहीं है।