बालाघाट (नईदुनिया प्रतिनिधि)। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में दहशत बढ़ गई है। बालाघाट में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर एहतियात बरतने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया है कि कोरोना सुरक्षा और बचाव के लिए दवाई भी और कड़ाई भी जरूरी है।
सीमावर्ती महाराष्ट्र में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। शासन के आदेश के बाद प्रशासन ने भी सख्ती दिखानी शुरू कर दिए है। बिना मास्क लोग सड़कों पर न घूमें इसके लिए फिर चौक-चौराहों पर पुलिस और राजस्व का अमला तैनात किया गया है। जिले में सार्वजनिक आयोजनों पर भीड़ कम करने के साथ ही देर रात तक अनावश्यक घूमने वालों पर सख्ती बरतने रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया। रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तो अब लोग घूमते नजर नहीं आएंगे। जिले में भी फरवरी माह में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम ज्यादा होती रही है। एक फरवरी को 24 पॉजीविट केस थे,अब यह संख्या घटकर 12 पर पहुंच गई है। लेकिन सतर्कता के साथ अन्य जरूरी उपाय अपनाने प्रशासन एक बार फिर एक्शन मोड पर आ गया है। जिम्मेदारों का मानना है कि सतर्कता में चूक महंगी न पड़ जाए,इसके लिए जरूरी उपाय अपनाए जाएंगे। रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तो अब लोग घूमते नजर नहीं आएंगे। जिले में भी फरवरी माह में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम ज्यादा होती रही है। एक फरवरी को 24 पॉजीविट केस थे,अब यह संख्या घटकर 12 पर पहुंच गई है।
जिले में स्थति अब तक
अब तक लिए गए सैंपल -81177
अब तक पॉजिटिव केस -3200
स्वस्थ्य हो चुके -3188
एक्टिव केस -12
कुल मौत -14
Posted By: Nai Dunia News Network
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