बैहर (नईदुनिया न्यूज)। जिले के बैहर, बिरसा व परसवाड़ा, लामता, किरनापुर सहित अन्य जगह मलेरिया व डेंगू नियंत्रण के लिए एंबेड परियोजना माह में प्रत्येक रविवार मच्छर पर वार कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके लिए मलेरिया व डेंगू मुक्त बनाने की दिशा में गोदरेज के सहयोग से फैमिली हेल्थ इंडिया,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग बालाघाट के संयुक्त तत्वावधान में एंबेड परियोजना के तहत 155 अति मलेरिया प्रभावित गांवों सामुदायिक सहयोगी अपने गांव में मलेरिया मुक्त बनाने प्रयास किया जा रहा है।माह में प्रत्येक रविवार को अभियान चलाकर सामुदायिक सहयोगियों द्वारा पानी निकासी और लंबे समय तक बर्तनों में पानी जमा नहीं रखने के के लिए बताकर लार्वा सर्वे नष्ट किया गया।
एंबेड परियोजना के अधिकारी ने बताया कि बारिश का मौसम अब प्रारंभ हो गया है।ऐसे में मिट्टी व टायरों में लंबे समय तक पानी भरा न रहने दिया जाए।इससे मच्छर पैदा होते है मलेरिया व डेंगू फैलने की आशंका बनी रहती है।इसके लिए हर रविवार को गांव-गांव में टीम द्वारा जाकर जल भराव न हो या निकासी ना हो वहां निकासी की व्यवस्था करें।साथ ही साफ सफाई करने का कार्य सामुदायिक सहयोगियों ने संभाल रखा है।इसी के साथ गांव में अगर किसी को बुखार आ रहा हो तो एंबेड परियोजना के कार्यकर्ता तुरंत आशा से उसके खून की जांच करवाना सुनिश्चित करते है।इस कार्यक्रम को हर रविवार मच्छर वार नाम दिया गया है।यह सामुदायिक सहयोगी टीम बनाकर पूरे गांव का निरीक्षण करते हैं और जल भराव के स्थानों पर तेल प्रतिकरण निकासी की व्यवस्था कर मच्छरों का लार्वा को नष्ट करते है।
प्रत्येक सप्ताह चलाते है कार्यक्रमः जून माह मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाया जाता है।वर्षाकाल के शुरू होने से पहले ही समुदाय को मच्छर जनित बीमारियों के प्रति आगाह करते हुए मलेरिया रोधी माह जागरूकता के लिए मनाया जाता है।समुदाय की सहभागिता के बिना बदलाव लाना संभव नहीं है।अपने गांव व जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए हम सभी को यानी जन-जन को अपनी सक्रिय सहभागिता निभानी होगी।तभी हम अपने जिले को स्वस्थ और मलेरिया मुक्त बना सकते है।इसी दिशा में ऐसे सामुदायिक योगियों का चयन कर और उन्हें प्रशिक्षित किया गया है ताकि वह अपने गांवों को मलेरिया मुक्त बनाने में सहभागिता निभा सके।सामुदायिक सहयोगी हर रविवार मच्छर पर वार कार्यक्रम का संचालन स्वयं ही करते है।रविवार को विकासखंड बैहर, बिरसा, किरनापुर, परसवाड़ा, लांजी, लामता और लालबर्रा विकासखंड के ग्रामों में हर रविवार मच्छर परिवार कार्यक्रम चलाया गया।जिसमें ग्रामवासियों ने बढ़ चढ़कर साथ दिया और अपने गांव को मच्छर के लार्वा से मुक्त बनाने का प्रयास किया गया।
इनका कहना
मलेरिया व डेंगू पर नियंत्रण के लिए हमारी टीम द्वारा प्रत्येक रविवार को गांव-गांव में जाकर लोगों को सलाह दी जा रही है कि लंबे समय तक बर्तनों में पानी भरा न रखे।लार्वा नष्ट किया जाता है।बुखार होने पर खून की जांच कराए और मच्छरदानी लगाकर सोने की सलाह दी जा रही है।
कंचन सिंह, जिला समन्वयक एंबेड परियोजना।
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