कटंगी (नईदुनिया न्यूज)। कटंगी सेवा केंद्र में गुरुवार को मदर्स डे व इस वर्ष की थीम दया एवं करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया। प्यारी मीठी मदर्स का स्मृति दिवस उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया गया। कटंगी सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी उषा दीदी ने कहा कि दया और करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण बहुत आवश्यक है। आध्यात्म बिना जीवन में दया और करुणा जैसे गुण नहीं आ सकते। उन्होंने बताया कि मूल्यनिष्ठ परिवार के लिए मां के योगदान बहुत आवश्यक है। एक मां बच्चे की प्रथम गुरु होती है, जो उन्हें बोलना सिखाती है। एक शिक्षक के रूप में सही मार्गदर्शन भी देती है।एक सखा बनकर बच्चे का दुख सुख बांटती है। संसार के सभी संबंध बच्चा अपनी मां में ही देखता है। एक बच्चे के लिए उसकी मां ही उसका संसार होती है।
उन्होंने कहा कि अगर मूल्यनिष्ठ परिवार के लिए मां अपने जीवन में दया करुणा स्नेह, शांति, प्रेम जैसे मूल्यों को लेकर आए तो बच्चों के अंदर वहीं संस्कार बनेंगे।हर मां को जीवन में अध्यात्म को लाना बहुत आवश्यक है।इसके बाद ब्रम्हाकुमारी वंदना बहन ने दया और करुणा के वाइब्रेशन सारे विश्व में फैलाने के लिए राजयोग अनुभूति कराई गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में सुबह छह से सात बजे तक योग संपन्ना हुआ। जिसमें सात से आठ बजे तक मुरली का कार्यक्रम हुआ। मंचीय कार्यक्रम में मां जगदम्बा के छायाचित्र में आए हुए आगुंतकों ने चंदन तिलक लगाकर माल्यार्पण किया।इसके बाद सभी आए हुए अतिथियों के साथ जो इस वर्ष की थीम है दया एवं करुणा इस प्रोग्राम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय दिव्य संस्कार भवन में आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर प्रोजेक्ट में दया और करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसी के साथ ही मातृ दिवस भी मनाया गया। कार्यक्रम में वैज्ञानिक एमएल पटले नासा, चित्रिव पूर्व शिक्षक, नगर के पूर्व नपाध्यक्ष मेष देशमुख, प्रतिष्ठित डा. गिरेंद्र पंवार, सेवादल अध्यक्ष मनीष चौकसे, भूपेंद्र सिंह ठाकुर उपस्थित रहे।
Posted By: Nai Dunia News Network
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