बालाघाट, वारासिवनी।नईदुनिया प्रतिनिधि। वन परिक्षेत्र वारासिवनी के ग्राम नगझर में गर्भवती चीतल का शिकार कर अजन्मे बच्चे के शव को कुएं में फेंकने वाले पांच आरोपितों को वन अमले ने शनिवार को गिरफ्तार किया है।आरोपितों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।जानकारी के अनुसार 29 अक्टूबर को आरोपितों ने गर्भवती मादा चीतल का शिकार कर उसका मांस काटकर बंटवारा कर उसे पकाकर खा लिया गया।जिसमें चीतल के पेट में मौजूद अजन्मे बच्चे के शव को कुएं में फेंक दिया था।शुक्रवार खेत गए मालिक को कुएं से बदबू आने पर वन विभाग को सूचना दी गई।वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर प्रशिक्षित डाग स्क्वाड की मदद से सभी आरोपितों को पकड़ा गया।इसके अलावा अपने घर में अवैध रूप से वन्य प्राणी हिरण के सिंग रखने वाले एक आरोपित को भी हिरासत में लिया है। इन आरोपितों के घर से चीतल की हड्डियां व कुल्हाड़ी बरामद की गई है।
ये हैं आरोपित
पकड़े गए आरोपितों में श्रवण पिता फूलचंद नेवारे 38 वर्ष, मनीराम पिता डोकरु मर्सकोले 55 वर्ष, सावन पिता फूलचंद नेवारे 42 वर्ष, हरिचंद पिता लक्ष्मण वाघाड़े 44 वर्ष और मोतीलाल पिता रामचरण वाघाड़े शामिल है।
एक सप्ताह में दूसरी घटना
वन परिक्षेत्र वारासिवनी अंतर्गत सिरपुर वृत में पिछले एक सप्ताह में वन्य प्राणी शिकार की यह दूसरी घटना है।दो दिन पहले ही सिरपुर वृत के शेरपार से जंगली सूअर के शिकार के आरोप में एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया था। वन अमला इस मामले की तह तक पहुंच पाता,इसके पूर्व ही शनिवार को फिर मादा चीतल के शिकार की घटना प्रकाश में आई है।ऐसे में सघन जंगलों में वन अमले द्वारा की जाने वाली गश्त व वन्य प्राणियों की सुरक्षा दोनों ही सवालों के घेरे में है।
इनका कहना
कुएं से बदबू आने की शिकायत खेत मालिक द्वारा दी गई थी।कुएं में देखने पर चीतल के अजन्मे बच्चे का शव प्राप्त हुआ।डाग स्क्वाड की मदद से ग्राम नगझर में पांच आरोपितों गिरफ्तार किया गया।आरोपितों को न्यायालय में पेश कर जेल भिजवा दिया गया है।
हर्षित सक्सेना, वन परिक्षेत्र अधिकारी वारासिवनी
Posted By: Jitendra Richhariya
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