बालाघाट, नईदुनिया प्रतिनिधि। जिले के किरनापुर के ग्राम भक्कूटोला की दुर्गम पहाडि़यों और घने जंगल में ट्रेनी विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना को 22 घंटे से अधिक का समय बीत चुके हैं, लेकिन अब तक न डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन (डीजीसीए, मुंबई) और न ही एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन बोर्ड (एएआइबी) के अधिकारी मौके पर पहुंच पाए हैं। हालांकि, संभावना व्यक्त की जा रही है टीम रविवार शाम तक या सोमवार को बालाघाट पहुंचेगी। बिरसी एयरपोर्ट के एयरपोर्ट इंचार्ज शफीक शाह ने बताया कि अभी तक डीजीसीए या एएआइबी की टीम नहीं पहुंची है। दरअसल, एएआइबी डीजीसीए का स्वतंत्र बोर्ड है, जो विमान हादसों की जांच करता है। साथ ही ऐसी जांच में डीजीसीए भी सहयोग करता है। एयरपोर्ट इंचार्ज ने बताया कि हादसे के बाद विमान का ब्लैक बाक्स पुलिस प्रशासन के पास सुरक्षित रखा गया है। घटनास्थल पहुंचने पर ब्लैक बाक्स सुपुर्द किया जाएगा, जिसमें हादसे से पहले प्रशिक्षक पायलट व महिला प्रशिक्षु पायलट के बीच बातचीत रिकार्ड है। इसी बाक्स की जांच के बाद हादसे के असल कारणों का पता लगेगा। बताया गया कि चार्टर एयरक्राफ्ट या अन्य किसी विमान में ब्लैक बाक्स में पायलट व को-पायलट के बीच हुए संवाद के रिकार्डिंग के अलावा एयरपोर्ट में डिजिटल वाइस रिकार्डर डिवाइस में भी उनकी बातचीत रिकार्ड होती है। डीजीसीए या एएआइबी की जांच के बाद रिपोर्ट मिनिस्ट्री आफ सिविल एविएशन को भेजी जाएगी। गौरतलब है कि शनिवार 18 मार्च को किरनापुर के भक्कूटोला के जंगल में बिरसी एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाला ट्रेनी एयरक्राफ्ट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में प्रशिक्षक पायलट मोहित ठाकुर व महिला प्रशिक्षु पायलट वी. माहेश्वरी की दर्दनाक मौत हो गई थी।
आज देर शाम पहुंचेंगे मृतकों के परिजन:
बिरसी एयरपोर्ट इंचार्ज शफीक शाह ने बताया कि मृतक मोहित ठाकुर और वी. माहेश्वरी के परिजनों को शनिवार शाम ही हादसे की जानकारी दे दी गई थी। अभी दोनों परिवार बालाघाट नहीं पहुंचे हैं, उनके देर शाम तक बालाघाट की संभावना है।
Posted By: Jitendra Richhariya
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