बालाघाट, नईदुनिया प्रतिनिधि। पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे की हत्या के बाद 3 मार्च 2022 को हुई हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस ने 13 महीने बाद कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि, इस कार्रवाई का कोसमी के ग्रामीण विरोध भी जता रहे हैं और पुलिस की कार्रवाई को गलत बता रहे हैं। शुक्रवार को कोसमी के दो दर्जन से अधिक ग्रामीण ज्ञापन सौंपने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और कोमसी के सौ से अधिक लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई पर विरोध जताया। इस संबंध में ग्रामीणों ने नगर पुलिस अधीक्षक अंजुल अयंक मिश्रा को ज्ञापन सौंपा।
सौंपा गया ज्ञापनः
काेसमी निवासी जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मुकेश माहुले ने बताया कि पुलिस 13 महीने बाद हिंसा मामले में उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है, जिन्होंने कभी कोई अपराध नहीं किया, लेकिन पुलिस उन्हें परेशान कर रही है। वहीं, पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ का कहना है कि 3 मार्च को उपद्रव करने वाले तथा पुलिस बल पर पथराव करने वाले बलवाइयों की वीडियो व ड्रोन फुटेज से पहचान की जा रही है, जो भी उस वीडियो में हिंसा फैलाता दिखेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों के साथ ज्ञापन सौंपने पूर्व विधायक मधु भगत भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे।
बेकसूरों को फंसाया तो होगा आंदोलनः
इस दौरान ग्रामीणों और उनके साथ आए जनप्रतिनिधियों ने ज्ञापन सौंपकर बेकसूर लोगों पर कार्रवाई नहीं किए जाने की मांग है। वहीं ग्रामीणों ने यह भी ऐलान किया है कि अगर बेकसूरों पर पुलिस द्वारा जबरन कार्रवाई की जाती है तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इनका कहना...
डाली दमाहे हत्याकांड के बाद शहर में जो कानून व्यवस्था बिगड़ी थी, उसमें साक्ष्यों के आधार कई उपद्रवियों को राउंडअप किया जा रहा है। इस मामले में और भी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। गिरफ्तार किए गए चार नामजद आरोपितों से भी अन्य उपद्रवियों की जानकारी ली जा रही है।
-अंजुल अयंक मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक, बालाघाट
Posted By: Jitendra Richhariya
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