बैतूल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। जिले के ग्राम पीसाझोड़ी में मवेशी की खरीदी बिक्री करने वाले के घर से 13 मवेशियों को पाढर पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों द्वारा छुड़ाकर ले जाने और उसके बाद मामले को रफा-दफा करने के लिए रुपये के लेन देन के आडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हुए हैं। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने उक्त आडियो में की गई बातचीत के आधार पर जांच करने के निर्देश दिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के पीसाझोड़ी निवासी मुन्नाा मर्सकोले ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए बताया कि वह खेती किसानी के साथ कृषि योग्य नरिया, बैल जोड़ी की बिक्री करने का काम करता है। बुधवार 19 अक्टूबर को सुबह पांच बजे पाढर चौकी प्रधान आरक्षक ज्ञान सिंह टेकाम अन्य पुलिस कर्मी उसके घर आए। सामने बंधे छह नरिया और सात बैल को छुड़ाकर ले गए। उसके बाद मेरे पुत्र मनीष से कहा कि चौकी आ जाओ। मनीष ने प्रधान आरक्षक टेकाम से फोन पर मेरी बात कराई। मेरे से जब मनीष ने बात कराई। घर से मवेशी ले जाने और किस से खरीदी की गई इसका पूछा। मनीष ने अपने फोन से बाबई निवासी भूरा सेठ को फोन लगा कर पूरी बात बताई और उन्हें पाढर चौकी बुलाया । मेरे पुत्र मनीष और उसके साथी रामरतन के चौकी पहुंचने से पहले भूरा सेठ चौकी पहुंच गया था । इसी बीच प्रधान आरक्षक ज्ञानसिंह टेकाम ने लेन देन की बात की। 80 हजार रुपये में मामला तय हुआ और राशि दे दी गई। इसके बाद भी मेरे पुत्र मनीष और साथी रामरतन पर प्रकरण दर्ज कर दिया। 20 अक्टूबर को प्रधान आरक्षक टेकाम मेरे पास आए और एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराने के बाद चौकी चलने के लिए दबाव बनाया। मेरे मना करने पर कहा कि कल आ ही जाना नही तो दूसरे मामले में फंसा दूंगा। पुलिस से लेन देन के संबंध में हुई बातचीत के तीन आडियो वायरल हुए हैं। पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने बताया कि आडियो में लेनदेन के संबंध में कुछ स्पष्ट नहीं है। फिलहाल पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी स्थिति सामने आएगी उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे।
Posted By: Nai Dunia News Network
- Font Size
- Close