भिंड (ब्यूरो)। रक्षाबंधन का त्योहार 15 अगस्त को है। स्वतंत्रता दिवस के साथ भाई-बहन के स्नेह का पर्व मनाया जाएगा। पंडितों के अनुसार इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है। इसलिए पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ रहेगा।
श्रवण नक्षत्र में दिन की शुरुआत होगी, जो 8.30 बजे तक रहेगा। इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र है। सुबह 11 बजे तक सौभाग्य योग और इसके बाद शोभन योग में रक्षाबंधन मनेगा। श्रावण शुल्क पक्ष पूर्णिमा पर गुरुवार को राखी बंधेगी। पंडित विपिन कृष्ण भारद्वाज के अनुसार श्रावण पूर्णिमा के दिन की शुरुआत श्रवण नक्षत्र में होगी। इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा। सौभाग्य और शोभन योग के कारण भी यह पर्व रखा संयोग लेकर आ रहा है। इस दिन यजुर्वेदीय ब्राह्मणों का उपाकर्म भी होगा। गायत्री जयंती और लवकुश जयंती भी इस दिन है। भद्रा नहीं होने से पूरे दिन रक्षाबंधन के लिए शुभ है।
सूर्योदय से पहले समाप्त होगी भद्रा
पंडित भारद्वाज के मुताबिक इस बार भद्रा सूर्योदल के पहले ही समाप्त हो जाएगी। श्रवण, नक्षत्र, स्वामी चंद्र, योग सौभाग्य करण वणिज, राशि मकर, स्वामी शनि, इन सभी योग को मिलाकर पूरा दिन रक्षाबंधन के लिए शुभ है। बहनें शुभ मुहूर्त में रखी बांध सकेंगी।
19 साल बाद 15 अगस्त पर पर्व
पंडित अनिल गोस्वामी के अनुसार स्वतंत्रता दिवस के साथ रक्षाबंधन पर्व 19 साल पहले 2000 में मनाया गया था। श्रवण नक्षत्र सुबह 8.01 बजे तक ही है। इसे बाद धनिष्ठा नक्षत्र आ जएगा। इसलिए रक्षाबंधन शाम 4 बजे से पहले करना चाहिए। गुरुवाण को पूर्णिमा तिथि व श्रवण नक्षत्र के मिलने से सिद्धि योग बन रहा है। इस दिन पूर्णिमा शाम 4.20 बजे तक रहेगी।
राशि के अनुसार क्या दें बहन को उपहार
मेष - बहन को लाल रंग के वस्त्र दें।
वृषभ - बहन को मोती की माला दें।
मिथुन - बहन को पिस्त दें।
कर्क - बहन को मिठाई में बर्फी दें।
सिंह - बहन को गुड और लाल वस्त्र दें।
कन्या - बहन को फल दें।
तुला - बहन को दक्षिणा के साथ चावल दें।
वृश्चिक - बहन को केसर दान करें।
धनु - बहन को पीले वस्त्र और शहद दें।
मकर - बहन को नीले वस्त्र, सोने की वस्तु दें।
कुंभ - बहन को तांबे का बर्तन दें।
मीन - बहन को घी और पीले वस्त्र दें।
रक्षाबंधन के लिए मुहूर्त
सुबह सूर्योदय : 6.07 से 7.30
दोपहर 12 से 1.30
दोपहर 1.30 बसे 3 बजे
शाम 4.40 से 6 बजे
शाम 6 से 7.30 बजे तक
Posted By: Nai Dunia News Network