भिंड। भारत में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक और जय हिंद का नारा देने वाले सुभाष चंद्र बोस की रविवार को सुभाष तिराहे पर स्थित प्रतिमा पर के पास हम फाउंडेशन की शाखा भिंड के द्वारा 125वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफेसर रामानंद शर्मा ने कहा कि देश को आजाद करवाने में सुभाष चंद्र बोस की अन्य शहीदों की तरह अहम भूमिका रही थी, देश की जनता यह कभी भूल नहीं सकती। आज का दिन विश्व इतिहास में स्वर्णक्षरों में अंकित है। नेताजी वैश्विक पराक्रम के युगपुरुष थे।
प्रोफेसर रामानंद शर्मा ने कहा कि नेताजी एक उग्र राष्ट्रवादी नेता थे, जिनकी देशभक्ति ने उन्हें भारतीय इतिहास के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों में एक बना दिया। नेताजी क्रांतिकारी नेता थे और वह अंग्रेजों से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करना चाहते थे। उनका एकमात्र लक्ष्य था कि भारत को आजादी दिलाना। वहीं कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफ़ेसर इकबाल अली ने बताया कि सुभाष चंद्र बोस भारतीय इतिहास के ऐसे युग पुरुष थे, जिन्होंने आजादी की लड़ाई को एक नया मोड़ दिया था। नेताजी भारतीय इतिहास का एक ऐसा चरित्र हैं, जिसकी तुलना विश्व में किसी से नहीं की जा सकती, कार्यक्रम के प्रांतीय उपाध्यक्ष नितिन दीक्षित ने बताया कि सुभाष चंद्र बोस अपने अनुयायियों के बीच नेताजी के नाम से लोकप्रिय थे, नेताजी ने अंग्रेजों से लड़ने और भारत को उनके शासन से मुक्त कराने के लिए भारतीय राष्ट्रीय सेना, आजाद हिंद फौज की स्थापना भी की थी। इस अवसर पर हम फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष शैलेश सक्सेना, विपुल सेठ, शाखा सचिव योगेश शर्मा, अरविंद पावक, धीरेंद्र श्रीवास्तव विकास कुशवाह, दीपक प्रजापति, शिवानी बघेल, दीक्षा बघेल, प्रशांत गुर्जर, भोलेन्द्र गुर्जर, वारिस खान सहित अन्य मौजूद रहे।
Posted By: Nai Dunia News Network