- सीएमएस कंपनी के कर्मचारियों ने भिंड के 15 एटीएम में बिना रकम भरे की धोखाधड़ी
भिंड.नईदुनिया प्रतिनिधि। राष्ट्रीयकृत बैंकों के एटीएम में कैश भरने का जिम्मा संभालने वाली सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड ग्वालियर के दो कर्मचारियों ने 1.21 करोड़ 98 हजार रुपये का गबन कर दिया। दोनों कर्मचारी कई माह तक एटीएम में बिना कैश भरे काउंटर पर रिपोर्ट देते कैश भर दिया है। जनवरी माह में आडिट हुई तो दोनों की करतूत पकड़ में आई। गबड़बड़ी पकड़ में आने के बाद सीएमएस कंपनी के अधिकारी शहर कोतवाली में रिपोर्ट करने पहुंचे थे, लेकिन कर्मचारियों ने रकम जमा करवाने की बात कही। इससे रिपोर्ट नहीं की गई थी। वादे के मुताबिक कर्मचारियों ने 10 लाख रुपये जमा कराए, लेकिन बाकी रकम जमा नहीं कराई। इस पर दोनों कर्मचारियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
यह है पूरा मामला:
सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड ग्वालियर के मैनेजर मनीष कौल ने शहर कोतवाली थाना पुलिस को बताया सीएमएस कंपनी का बैंकों से अनुबंध है। कंपनी बैंक से रकम आहरण कर अपनी जवाबदारी पर एटीएम में भरती है। भिंड के रूट नंबर एक के 18 एटीएम के लिए कर्मचारी (कस्टोडियन) आशीष जादौन पुत्र विवेकानंद जादौन निवासी वार्ड छह आर्य नगर भिंड, सतेंद्र सिंह चौहान पुत्र वीरेंद्र सिंह चौहान निवासी वार्ड 24 हनुमान नगर भिंड की जिम्मेदारी थी। आशीष और सतेंद्र के पास कैश लोड करने के लिए बैंक से एटीएम एडमिन कार्ड, एटीएम की चाबी रहती थी। कैश लोड करने के लिए एटीएम खोलने के लिए मोबाइल पर ओटीपी मिलती थी, जो दोनों कर्मचारियों के मोबाइल पर आधी-आधी आती थी। इस तरह कोई तीसरा व्यक्ति न तो एटीएम में कैश भर सकता है और न ही निकाल सकता था। आशीष और सतेंद्र ने दिनांक 24 नवंबर 2021 से 24 जनवरी 2022 के बीच स्टेट बैंक अाफ इंडिया, पंजाब नेशल बैंक, आइसीअाइसीआइ बैंक, एक्सिस बैंक, टाटा इंडिकेश की भिंड शाखा से कुल 1 कारोड 21 लाख 98 हजार रुपये आहरित कर एटीएम में नहीं भरकर गबन किया है।
एटीएम की इस कमजोरी से बिगड़ी नियत:
मैनेजर कौल ने पुलिस को बताया कि भरे गए कैश को एटीएम खुद काउंट नहीं कर पाता है। एटीएम में भरे गए कैश की जानकारी दोनों कर्मचारी मैन्युअली एटीएम काउंटर में अपडेट करते हैं। यानी अगर कर्मचारी गलत राशि अपडेट करेगा या राशि एटीएम में भरे बिना ही अपडेट कर देगा तो कंपनी और बैंक के सर्वर पर रकम दिखाई देगी। एटीएम की इसी कमजोरी से दोनों कर्मचारियों की नियत बिगड़ गई। कंपनी की आडिट पालिसी के मुताबिक 24 जनवरी 2022 से 28 जनवरी 2022 तक आडिट हुई। उसमें यह गड़बड़ी पकड़ में आई कि 18 एटीएम में 15 एटीएम ऐसे हैं, जिनमें एक करोड़ 21 लाख 98 हजार रुपये कम भरकर गबन किया गया।
इन 15 एटीएम में कम भरी गई राशि:
मेहगांव के एटीएम में 71 हजार 500, फूफ के एटीएम एक एटीएम में दो लाख पांच सौ रुपये, फूफ के दूसरे एटीएम में सात हजार नौ सौ रुपये, गोरमी के एक एटीएम में पांच सौ रुपये, गोरमी के दूसरे एटीएम में पांच हजार, गोहद एक एटीएम में एक हजार, गोहद के दूसरे एटीएम में 29 हजार पांच सौ रुपये, फूफ के तीसरे एटीएम में 16 लाख पांच हजार, मेहगांव के दूसरे एटीएम में आठ लाख पांच सौ रुपये, अमायन के एटीएम में 13 लाख 51 हजार रुपये, मौ के एटीएम में 24 लाख रुपये, गोहद के तीसरे एटीएम में 10 लाख 61 हजार, गोहद के चौथे एटीएम में 10 लाख 61 हजार छह सौ, गोहद के पांचवे एटीएम में छह लाख 50 हजार, गोरमी के तीसरे एटीएम में 29 लाख 53 हजार रुपये का गबन किया गया। इस तरह 15 एटीएम के जरिए कुल एक करोड़ 21 लाख 98 हजार का गबन किया।
गबन कर लोगों को उधार दे दी रकम:
गबन पकड़ में आने पर आडिट में मौजूद कस्टोडियन सतेंद्र चौहान से पूछताछ की गई तो उसने बताया इस रकम की हेराफेरी उसने और आशीष जादौन ने की है। सतेंद्र ने बताया आशीष ने इस रकम से भिंड में कई लोगों को रुपये उधार दिए हैं। कंपनी के अधिकारियों ने संपर्क किया तो आशीष ने गबन की रकम धीरे-धीरे वापस करने की बात कही। इसके तहत आशीष ने दिनांक 31 जनवरी 2022 को भिंड स्थित आइसीआइसीआइ बैंक के माध्यम से सीएमएस कंपनी के रिकवरी खाते में पांच लाख, एक फरवरी 2022 को दो लाख रुपये, तीन फरवरी 2022 को दो लाख रूपये, 28 फरवरी 2022 को एक लाख पचास हजार रुपये जमा कराये गए। कुल 10 लाख रुपये वापस किए। शेष रकम एक करोड़ 11 लाख 48 हजार आशीष ने नहीं दिए।
वर्जन:
सीएमएस कंपनी के मैनेजर की रिपोर्ट पर दोनों आरोपितों पर गबन का केस दर्ज किया गया है। हमारी टीम अब इस मामले में पड़ताल कर रही है, जल्द ही दोनों आरोपितों को दबोच लिया जाएगा।
अतुल सिंह भदौरिया, एसआइ, शहर कोतवाली भिंड
Posted By: anil.tomar