भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। अवधपुरी में एक युवक के साथ साइबर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। वह गूगल पर आनलाइन शापिंग साइट के कस्‍टमर केयर का का नंबर ढूढ़ रहा था। उसे एक नंबर मिला, जिस पर उसने फोन किया। बाद में उसके पास एक फोन आया और एप डाउनलोड कराकर उनके खाते से करीब 48 हजार रुपये निकाल लिए। ठगी का एहसास होने पर युवक ने मामले की शिकायत भोपाल साइबर क्राइम में की थी। बाद में साइबर क्राइम ने केस डायरी को अवधपुरी थाने भेज दिया। इस पर अवधपुरी में एफआइआर दर्ज कर ली गई है।

अवधपुरी पुलिस के मुताबिक इलाके में आधारशिला कालोनी निवासी 33 वर्षीय राजेंद्र सिंह निजी काम करते हैं। एक माह पहले उन्होंने एक आनलाइन शापिंग वेबसाइट से कुछ सामान मंगाया था। उसमें कुछ खराबी थी। इसके लिए उन्होंने उसका कस्टमर केयर नंबर की तलाश की। उनको एक नंबर मिला और उन्होंने उस नंबर पर फोन किया तो पहले तो किसी ने फोन को रिसीव नहीं किया। थोड़ी देर बाद उस नंबर से एक फोन राजेंद्र के पास आया और उनसे पूरी बात सुनी। उसने उनको एनीडेस्क एप को डाउनलोड करने के लिए कहा और उन्होंने कर लिया। शाम को उन्होंने देखा कि उनके खाते से करीब 48 हजार 661 रुपये निकाले गए हैं। उन्होंने बैंक में जाकर पता किया तो उनको स्पष्ट जवाब नहीं मिला तो उन्होंने पूरे मामले की शिकायत साइबर क्राइम पुलिस में की। जहां पर आवेदन पर बुधवार को शुन्य पर दर्ज कर केस डायरी अवधपुरी थाने भेज दी, उस पर अवधपुरी पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।

एनीडेस्क रिमोट एप है, इससे बचकर

एनीडेस्क एप एक रिमोट एप है, उसे कंपनियां अपने यहां आनलाइन सिस्टम के लिए अपलोड करती हैं। लेकिन ठग इसे लोगों के मोबाइल में डाउनलोड कराकर उसका एक्सेस ले लेते हैं। इस दौरान जिस के मोबाइल पर यह एप हैं, उसकी पूरी जानकारी ठग के पास चली जाती है। वह कुछ भी मोबाइल पर करता है, उसकी पूरी जानकारी ठग को मिल जाती है।

Posted By: Ravindra Soni

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