Bhopal Crime News: भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। चूनाभट्टी के स्टर्लिंग ग्रीन व्यू कालोनी चूनाभट्टी में रहने वाली 81 वर्षीय इंदिरा शर्मा के साथ 92 लाख की ठगी का मामला सामने आया है।ठगी करने वाला आरोपित उनके एचडीएफसी बैंक की देखरेख करने वाला रिलेशन मैनेजर है। उसने म्यूचुअल फंड में निवेश का झांसा देकर उनकी बैंक खाते में जमा राशि को खुद-बुर्द कर दिया। आरोपित यह आकर ही नहीं रूका,उनके पेन कार्ड और आधार कार्ड के फर्जी दस्तावेज बनाकर दो नए निजी बैंकों में प्रतिरूपण खाते खोलकर उनके बैंक खातों में राशि जमा कराकर उनका उपयोग कर रहा था। आरोपित ने वृद्धा की दुबई में नौकरी करने वाली बेटी को भी शिकार बनाकर उनके खाते से भी मां के खाते में राशि जमा करवाई। इधर, राज्य साइबर क्राइम ने शिकायत के 12 घंटे के अंदर उसे गिरफ्तार कर लिया।यह प्रदेश का पहला मामला है, जब बैंक किसी रिलेशन मैनेजर ने अपने बैंक खाता धारक के साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी है।
राज्य साइबर पुलिस के मुताबिक भगत सिंह कालोनी निवासी 31 वर्षीय संजय सिंह ठाकुर एचडीएफसी बैंक भोपाल शाखा में रिलेशन मैनेजर था। वह इंदिरा शर्मा के एचडीएफसी बैंक में खाते की देखरेख करता था। इंद्र शर्मा ने तीन माह पहले अपनी बेशकीमती जमीन बेची थी।इसके बदले में उनको जो राशि मिली थी। उसे उन्होंने एचडीएफसी बैंक में जमा कर दिया था। इस राशि को देखकर संजय सिंह ठाकुर ने उनको 10-12 मुनाफे का झांसा देकर म्यूचुअल फंड में निवेश कराकर उनके खाते से राशि निकालकर दूसरे बैंक खाते में जमा कराई गई।इसी तरह से आरोपित दुबई में एक कंपनी में काम करने वाली बेटी अर्चना शर्मा से भी इसी तरह राशि जमा कराई गए। दोनों की राशि मिलाकर करीब 92 लाख की धोखाधड़ी की गई।
दो निजी बैंकों में खोले खाते:-
राज्य साइबर पुलिस अधीक्षक वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपित संजय ठाकुर ने इंद्र शर्मा के पैन कार्ड और आधार कार्ड को स्कैन करने के बाद दो निजी बैंकों में उनके नाम से फर्जी खाते खुलवाए गए। एचडीएफसी के उनके खाते से निवेश के नाम पर इन दोनों फर्जी खातों में जमा करा ली गई।आरोपित इन खातों से रुपये निकालने के लिए इंदिरा शर्मा के फर्जी हस्ताक्षर करता था। आरोपित उनकी जानकारी बिना ही उनके निवेश की राशि को रिडीम कर लेता था।जब इंदिरा शर्मा उससे निवेश की गई राशि का रिकॉर्ड मांगती तो वह फर्जी तैयार किया रिकार्ड उनको दिखा देता था। पुलिस ने इस फर्जीवाड़े दोनों निजी बैंकों की भूमिका जांच शुरू कर दी है।
20 लाख की कार और लाखों रुपये गैजेट बरामद:-
पुलिस आरोपित संजय ठाकुर को गिरफ्तार कर उसके पास से बीस लाख की कार , एप्पल के फोन, आइवाच, दूसरे महंगे फोन, बैंक के चेक बुक और क्रेडिट कार्ड के साथ खाली हस्ताक्षर चेक बुक बरामद की गई है।
क्या होता बैंक का रिलेशन मैनेजर:-
पिछले कुछ वर्षो में बैंकों की संख्या तेजी से बढ़ने के साथ उनमे कॉम्पटीशन भी बढ़ा है। ऐसे मे हर बैंक अपनी सेवाओं से ग्राहकों को लुभाना चाहता है। बदलते वक्त की जरूरत को देखते हुए रिलेशनशिप मैनेजर का पद बेहद महत्वपूर्ण बन गया है। निजी बैंकों मे तो इसे काफी अहमियत दी जा रही है। रिलेशनशिप मैनेजर (आरएम) का प्रमुख कार्य बैंकिंग कार्यप्रणाली के ठीक से चलते रहने को सुनिश्चित करने के अलावा यह भी है कि वे ग्राहकों को यह फील कराएं कि वे सही, सुरक्षित जगह पर है। ये डायरेक्ट सेल्स एसोसिएट्स यानी डीएसए और डायरेक्ट सेल्स टीम यानी डीएसटी के कार्य को भी देखते है। ये कर्मियों को बैंक की नीतियां बनाने के अलावा ग्राहकों से पेश आने के तरीके भी बताते हैं।
Posted By: Lalit Katariya
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