भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। कोलार इलाके में पुलिस मुख्यालय की स्पेशल ब्रांच में पदस्थ सब इंस्पेक्टर बच्चे के लिए टाफी लेकर घर में पहुंचा था। कहानी कुछ ऐसी निकलकर सामने आ रही है कि घर के अंदर जाते ही पारिवारिक विवाद में पत्नी से झगड़ा शुरू हो गया। दोनों के बीच संघर्ष में एसआइ ने पत्नी पर बका से कई वार किए। इसके बाद एक ही वार में बच्चे को मौत के घाट उतार दिया। जिस बके से हत्या की गई थी। फोरेंसिक टीम ने जांच के बाद यह खुलासा किया है कि उस पर मिले निशान एसआइ के ही हैं।
गौरतलब है कि मूलत: आगर-मालवा निवासी सुरेश कुमार खांगुड़ा (32) एसआइ थे और कोलार रोड की राजवैध कालोनी स्थित मकान नंबर एफ-53 में किराए से रहते थे। परिवार में पत्नी कृष्णा खागुड़ा (28) और दो साल का बेटा ईवान था। ईवान का आने वाली 17 मार्च को दूसरा जन्मदिन था। बीते 10 मार्च शुक्रवार की रात मिसरोद रेलवे स्टेशन के पास पटरी पर सुरेश कुमार का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ था। बाइक नंबर के आधार पर पहचान होने के बाद शनिवार सुबह करीब साढ़े दस बजे पुलिस कोलार स्थित सुरेश के घर पहुंची, तो पत्नी कृष्णा और ईवान के शव पड़े मिले। दोनों की मीट काटने वाले बका से गला काटकर नृशंस हत्या की गई थी।
एसआइ के बड़े भाई ने घटना पर जताया संदेह
सुरेश के बड़े भाई गोकुल खांगुड़ा ने पूरे घटनाक्रम पर संदेह जताया है। उन्होंने पुलिस से हर बिंदु पर जांच करने की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया कि सुरेश के पास सर्विस रिवाल्वर थी। ऐसे में मीट काटने वाले चाकू से हत्या क्यों करेगा? फिर सुसाइड करने उतनी दूर क्यों जाएगा? उसके घर की चाबी, गाड़ी की चाबी भी नहीं मिली है। इससे कई सवाल खड़े होते हैं। पुलिस को हर स्तर पर जांच करनी चाहिए।
पहली नजर में कृष्णा से हो गया था प्यार
गोकुल ने बताया कि सुरेश के ससुर शिवलाल वर्मा मारफेड में पदस्थ थे। वह मूलत: जीरापुर के एक गांव के रहने वाले हैं। हमारी उनसे पहले से रिश्तेदारी है। भाई सुरेश के लिए हम लोग गांव बूंदीपुर से उसकी शादी के लिए लड़की देखने शिवलाल वर्मा के घर भोपाल आए थे। तब सुरेश की पहली मुलाकात कृष्णा से हुई थी। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चलने लगा। 2017 में दोनों की शादी करा दी। कृष्णा ने बीकाम की पढ़ाई की थी। वह हाउस वाइफ थी।
जांच के लिए भेजे मोबाइल
पुलिस को प्रारंभिक जांच में सिर्फ दो पत्र और डाक्टर का पर्चा मिला है। दो पत्र पति व पत्नी के अलग है, जिसमें वैवाहिक जीवन के तनावपूर्ण होने की बात लिखी है। डाक्टर का पर्चा न्यूरो से संबंधित है। लेकिन बका से पत्नी व मासूम का गला काटने को लेकर पुलिस अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। पुलिस का कहना है कि दोनों के मोबाइल जांच के लिए भेज दिए गए है। मोबाइल की काल डिटेल व डेटा मिलने के बाद ही हत्या के कारणों का खुलासा हो सकता है।
Posted By: Ravindra Soni