भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। हमीदिया में बाहर से आने वाले मरीज, उनके स्वजनों और अन्य जरूरतमंदों की मदद के लिए विभाग ने नौ सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की है लेकिन जरूरत के समय इनमें से ज्यादातर नहीं मिलते। नवदुनिया ने जब गुरुवार को पड़ताल की तो इमरजेंसी वार्ड में दोपहर 1.30 बजे से शाम चार बजे तक एक भी सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता नहीं मिला। जबकि इनके लिए इमरजेंसी में बैठने के लिए बाकायदा एक कक्ष निर्धारित है।

नवदुनिया की पड़ताल का दिखा तुरंत असर

नवदुनिया से बातचीत के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए अधीक्षक डा. आशीष गोहिया ने सामाजिक चिकित्सा कार्यकर्ताओं का एक नया ड्यूटी रोस्टर निकाल दिया। इसमें 25 मई से पांच जुलाई तक का रोस्टर तैयार किया गया है। इसमें सभी सोशल वर्कर की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई है। इसमें सुबह आठ से दोपहर दो, दोपहर दो से रात आठ और रात को आठ से सुबह आठ बजे तक ड्यूटी लगाई है। इसमें अनुपस्थित मिलने वाले सामाजिक चिकित्सा कार्यकर्ताओं पर अस्पताल प्रबंधन ने बड़ी कार्रवाई के सीधे संकेत दे दिए हैं।

सामाजिक चिकित्सा कार्यकर्ताओं का यह है काम

सामाजिक चिकित्सा कार्यकर्ताओं को जिम्मा दिया गया है कि वे चिकित्सालय की समस्त जानकारी रखें। इसमें ओपीडी का समय, अवकाश का दिन और सभी चिकित्सकों के ओपीडी दिवस आदि की जानकारी देंगे जिससे मरीजों को सही समय पर उचित उपचार प्रदान किया जा सके। अपनी ड्यूटी में दो बार पूरे चिकित्सालय का निरीक्षण करेंगे और कहीं भी कोई मरीज या किसी व्यक्ति के मिलने पर आवश्यकतानुसार मदद करेंगे। चिकित्सालय परिसर में शव पड़ा मिलने पर पोस्टमार्टम कक्ष भेजेंगे। ऐसा ही बाहर से आने वाले लावारिस शव के साथ भी करना है। कार्यकर्ता को अपने साथ एक रजिस्टर नियमित रूप से रखना है। जिसमें उनके द्वारा प्रत्येक दिन के किए गए समस्त कार्यों की जानकारी संकलित करना है।

इनका कहना है

हमने सभी समाजिक चिकित्सा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी रोस्टर दे दिया है। उसी के अनुसार सभी को काम करना होगा। अब कोई अनुपस्थित मिलता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

- डा. आशीष गोहिया, अधीक्षक, हमीदिया अस्‍पताल

Posted By: Ravindra Soni

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