Bhopal News: भोपाल। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के न्यूरोसर्जरी विभाग में 20 दिन के नवजात शिशु के फ्रंटल एन्सीफेलोसील के दुर्लभ मामले का आपरेशन किया गया। एम्स भोपाल के न्यूरोसर्जरी विभाग में विदिशा (मध्य प्रदेश) जिले के 20 दिन के नवजात शिशु के फ्रंटल एन्सीफेलोसील के एक दुर्लभ मामले का ऑपरेशन किया गया। मस्तिष्क का फ्रंटल लोब एन्सीफेलोसील में हर्नियेटेड हो गया था। 20 दिन के एक नवजात को उसके माता-पिता न्यूरोसर्जरी ओपीडी में लेकर आए, जिसके सिर के अगले हिस्से में जन्म से ही सूजन थी और यह सूजन तेजी से बढ़ रही थी। उसके मस्तिष्क की एमआरआई करने पर प्रमुख धमनियों के साथ मस्तिष्क का फ्रंटल लोब एन्सीफेलोसील की थैली को हर्नियेटेड अवस्था में मिली । इससे इसका आपरेशन करना बेहद चुनौतीपूर्ण था। प्रो. अमित अग्रवाल, डा. आदेश श्रीवास्तव, डा. सुमित राज, डा. प्रदीप चौकसे द्वारा अंतर-विभागीय बैठक में जल्द सर्जरी करने का निर्णय लिया गया। क्योंकि एन्सीफेलोसील फटने का खतरा अधिक था। 28 मार्च को डा. सुमित राज द्वारा शिशु की सफल सर्जरी की गई। यह सर्जरी लगभग 5 घंटे तक चली। प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डा. वेद प्रकाश द्वारा डिफेक्ट क्लोजर किया गया। आपरेशन के अगले दिन बच्चे को बाहर निकाला गया और वह सामान्य फीड ले रहा था। शिशु के माता-पिता इस सर्जरी से बेहद संतुष्ट थे । इस पूरी प्रक्रिया के दौरान एनेस्थीसिया टीम के डा. प्रणिता, डा. शरण भूषण और डा. अनुपमा ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । इस प्रकार के मामले केवल विशेष केंद्रों में किए जाते हैं।

एन्सीफेलोसील क्या होता है?

एन्सीफेलोसील तंत्रिका नलिका (ट्यूब) का एक दुर्लभ प्रकार का जन्मजात दोष है जो मस्तिष्क को प्रभावित करता है । न्यूरल ट्यूब एक संकीर्ण मार्ग है जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी (स्पाइनल कार्ड) के निर्माण के लिए गर्भावस्था के तीसरे और चौथे सप्ताह के दौरान बंद हो जाता है । एन्सीफेलोसील मस्तिष्क का एक थैली जैसा फलाव या प्रक्षेपण है और इसको ढ़कने वाली झिल्लियां एक छिद्र के माध्यम से खोपड़ी में खुलती हैं । जब गर्भावस्था के दौरान न्यूरल ट्यूब पूरी तरह से बंद नहीं होती तो एन्सीफेलोसील हो जाता है । जिसके परिणामस्वरूप यह नाक से गर्दन के पीछे तक खोपड़ी के केंद्र के साथ कहीं से भी खुल सकता है, लेकिन अक्सर यह सिर के पीछे, सिर के शीर्ष पर या माथे और नाक के बीच होता है।

हालांकि एन्सीफेलोसील के वास्तविक कारण अज्ञात हैं और वैज्ञानिकों का मानना है कि इसमें कई कारक शामिल हैं । इस स्थिति के लिए एक घटक आनुवंशिक (विरासत में मिला) है, अर्थात् यह अक्सर उन परिवारों में होता है जिनके परिवार के सदस्यों में न्यूरल ट्यूब के अन्य दोष जैसे: स्पाइना बिफिडा और एनेसीफेली होते हैं। कुछ शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि गर्भावस्था से पहले या उसके दौरान कुछ पर्यावरणीय जोखिम इसके कारण हो सकते हैं, लेकिन इस पर अभी अधिक शोध किये जाने की आवश्यकता है ।

सीडीसी द्वार जन्मजात दोषों जैसे कि एन्सीफेलोसील और उनकी रोकथाम के उपायों पर अध्ययन करना जारी रखा गया है उदाहरण के लिए, गर्भावस्था से पहले और गर्भावस्था के दौरान प्रतिदिन 400 माइक्रोग्राम विटामिन बी, फोलिक एसिड लेने से बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के कुछ प्रमुख जन्म दोषों जैसे कि एन्सीफेलोसील की रोकने में मदद मिल सकती है ।

Posted By: Lalit Katariya

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