भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) संबंधी कार्य एनआइसी के पोर्टल से होने लगे हैं, लेकिन सौ प्रतिशत कार्य नहीं हो पा रहे हैं। अब भी पूरी तरह से स्मार्टचिप कंपनी का काम खत्म नहीं हुआ है। इससे लोगों को पूरी तरह से आनलाइन सुविधा नहीं मिल पा रही है। लोगों की शिकायत है कि एनआइसी से बिना स्मार्टचिप लगे हुए कार्ड जारी किए जा रहे हैं। इसकी शिकायत आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल ने परिवहन अधिकारियों से की है। साथ ही इंटरनेट मीडिया पर बिना स्मार्ट चिप लगा हुआ एक पंजीयन कार्ड भी पोस्ट किया है। खंडेलवाल का कहना है कि बिना चिप लगे हुए कार्ड जारी किए जा रहे हैं और 200 रुपये स्मार्टचिप का शुल्क वसूला जा रहा है। जब एनआइसी के पोर्टल परिवहन सारथी के जरिए वाहनों के ड्राइविंग लाइसेंस बनने लगे हैं और वाहन-चार पोर्टल से वाहनों के पंजीयन होने लगे हैं तो बिना स्मार्ट चिप के कार्ड जारी करे लोगों से 200 रुपये क्यों लिए जा रहे हैं? इसे बंद किया जाए।
इस संबंध में उप परिवहन आयुक्त अरविंद सक्सेना का कहना है कि नई व्यवस्था को पूरी तरह से पटरी पर आने में समय लगता है। अभी वाहन-चार से बिना स्मार्टचिप लगे हुए प्लास्टिक के कार्ड जारी किए जा रहे हैं। देश में सभी जगह एक जैसे ही वाहनों के पंजीयन कार्ड जारी होने लगे हैं। पहले स्मार्टचिप लगी होती थी, क्योंकि हर प्रदेश के अलग-अलग पोर्टल से आनलाइन काम होता था। नई व्यवस्था में पंजीयन कार्ड को तभी जारी किया जाता है, जब डीलर संबंधित वाहन मालिक की पूरी जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध कराए। ऐसे में कार्ड पर दर्ज नंबर से पूरी जानकारी आ जाती है, उसे देश में कहीं भी देख सकते हैं। अभी पूरी तरह से एनआइसी से काम शुरू नहीं हुआ है, जो जल्द ही होगा। इसके बाद सभी कार्ड बिना चिप के ही जारी होंगे। फिर भी जो खामियां आ रही हैं, उन्हें जल्द दूर किया जाएगा।
Posted By: Ravindra Soni
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