भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। राजधानी में हमीदिया रोड स्थित इसरानी-बैनर्जी मार्केट के विस्थापित सिंधी परिवारों को 75 साल बाद आखिरकार उनकी संपत्ति के पट्टे मिल गए, लेकिन बैरागढ़ के विस्थापित परिवारों को अभी तक पट्टे नहीं मिल सके है।

सिंधी सेंट्रल पंचायत भोपाल लंबे समय से इसके लिए प्रयास कर रही है। पंचायत के प्रयास से दो माह पहले 37 परिवारों को पट्टे प्रदान किए गए। इसरानी के अनुसार कांग्रेस शासन काल में पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद दिग्विजय सिंह ने क्षेत्र का दौरा कर तत्कालीन कलेक्टर तरूण पिथौड़े को पट्टे देने के निर्देश दिए थे। पिथौड़े के कार्यकाल में पट्टे देने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। वर्तमान कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इन प्रकरणों को निपटारा करते हुए सभी औपचारिकताएं पूरी करने वाले परिवारों को पट्टे देने के आदेश जारी किए थे। प्रशासन के सहयोग से इसरानी मार्केट के नागरिकों को पट्टे मिले लेकिन बैरागढ़ के मामले मे प्रशासन उदासीन बना हुआ है।

पंचायत अध्यक्ष ने कहा, प्रयास कर रहे हैं

सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष भगवानदेव इसरानी का कहना है कि बैरागढ़, गांधीनगर एवं करोंद आदि क्षेत्र के पट्टों से संबधित प्रकरण अब भी लंबित हैं। हमने कई बार इसके लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया है, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। यह चिंता की बात है। इसरानी के मुताबिक इस समय प्रशासन नगर निगम चुनाव में व्यस्त है। चुनाव परिणाम आने के बाद इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसरानी के अनुसार यह मामला विधानसभा में भी उठाया जाएगा। एक विधायक ने पंचायत से पूरी जानकारी मांगी है।

उल्लेखनीय है कि बैरागढ़ में बसाहट के समय प्रशासन ने नागरिकों को पट्टे दिए थे। उनकी अवधि अब समाप्त हो चुकी है। कुछ लोगों ने बढ़े हुए हिस्से के लिए नया पट्टा देने के आवेदन भी किए हैं। प्रशासन ने तो पट्टों का नवीनीकरण कर रहा है न ही नए आवेदन पर कार्रवाई की जा रही है।

Posted By: Ravindra Soni

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