- स्मार्ट सिटी के सहयोग से मैकेनिक के काम को डिजिटल प्लेटफार्म दे रहे राजधानी के युवा
Bhopal News:भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। बीच रास्ते में वाहन खराब होने पर अब वाहन चालकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें एक काल पर मेकेनिक की मदद मिलेगी। साथ उनके आसपास नजदीकी मेकेनिकों की जानकारी का नोटिफिकेशन भी मोबाइल पर मिल सकेगा। राजधानी के दो युवाओं के द्वारा शुरु किए स्टार्टअप की वजह से ये संभव हो पाया है। योलमेट नाम का यह स्टार्टअप मेकेनिक और ग्राहकों के बीच सेतु का काम कर रहा है। इससे बिना पढ़े लिखे मेकेनिकों को भी डिजिटल पहचान मिल रही है।
बतादें कि स्मार्ट सिटी भोपाल के इंक्यूबेटरर्स ने योलमेट नाम से एक एप बनाया है। इसमें भोपाल शहर के सभी मेकेनिकों के काम और उनकी दुकान की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध है। हालांकि अब तक इसमें 200 से अधिक मेकेनिक, आटो मोबाइल डीलर, आइल कंपनी और वाहन सफज्ञई कंपनियों समेत अन्य अन्य प्रकार की सेवाओं को जोड़ा गया है। ग्रहक को इनमें से कोई समस्या होने पर उसे योलमेट एप डाउनलोड कर लागिन करना पड़ता है। इसके बाद इसमें सेवाओं के विकल्प की जानकारी सामने आती है। जैसे वाहन पंक्चर हो गया है, खराब हो गया है या स्टार्ट होने में परेशानी हो रही है। ग्राहक इन विकल्पों को क्लिक करता है तो उसके आसपास मेकेनिक की जानकारी औश्र उसका नंबर मिल जाता है। जिसमें काल करके ग्राहक नजदीकी मेकेनिक को फोन कर उससे सुझाव व मदद ले सकता है। अब तक इस एप को एक हजार से अधिक ग्राहक डाउनलोड कर चुके हैं। साथ ही इसकी रेटिंग 4.9 है। इस स्टार्टअप में अंकित के साथ उनके पार्टनर गिररिाज शर्मा हैं, जबकि अभी 20 कर्मचारी योलमेट के साथ जुड़े है।
दोस्त की गाड़ी खराब हुई तो आया सुझााव
योलमेट को बनाने वाले अंकित पटेल ने बताया कि वो पहले पेटीएम में नौकरी करते थे। उस दौरान उनके दोस्त और सहकर्मियों के वाहन खराब होना आम बात थी। परेशानी तब होती थी जब गाड़ी वहां खराब होती थी। जहां उनको मेकेनिक की दुकान की जानकारी नहीं होती थी। ऐसे में उन्हें दो और चार पहिया वाहनों में धक्का लगाकर मेकेनिक की दुकान पर ले जाया जाता था। एक दिन देर रात उनके दोस्त को दो पहिया वाहन खराब हो गया और वहां आसपास मेकेनिक की दुकानें नहीं थी। ऐसे में अंकित के मन में सुझााव आया कि क्यों ना एक ऐसा प्लेटाफार्म बनाया जाए, जिसमें ग्राहक और मेकेनिकों काे एक साथ जोड़ा जा सके।
मेकेनिकों को मिल रहा विज्ञापन को फायदा
मेकेनिक की अधिकतर दुकानें छोटी होती हैं। इनमें पंक्चर बनाने और वाहनों को सुधारने का काम किया जाता है। इनकी इतनी कमाई भी नहीं होती कि अपना व्यापार बढ़ाने के लिए विज्ञापन का खर्च वहन कर सकें। ऐसे में योलमेट इनको विज्ञापन का प्लेटाफार्म भी उपलब्ध करा है। जिससे उनके व्यापार में वृद्धि हो रही है। पहले मेकेनिक पेन और पेपर पर अपना हिसाब और स्टोर में उपलब्ध सामान की जानकारी लिखते थे। लेकिन योलमेट में मेकेनिकाें को पूरी तरह इन सुविधाओं को डिजिटल अपडेट करने की सुविधा होगी। मेकेनिक ने कोन सी गाड़ी बनाई औश्र उसमें क्या सामान लगा लगा इसकी जानकारी भी वह योलमेट एप पर अपडेट कर सकता है। फिलहाल इंक्यूबेटर मेकेनिकों को आइटी से संबंधित जानकारी भी दे रहे हैं। जिससे एप के माध्यम से उन्हें काम करने में आसानी हो।
भोपाल के बाद इंदौर और टियर वन शहरों का टारगेट
अंकित ने बताया कि फिलहाल योलमेट की शुटात भोपाल से की गई है। इसका यहां अच्छा परिणाम मिल रहा है। जिससे प्रोत्साहित होकर कंपनी अपना अगला काम इंदौर में शुरु करेगी। इसके बाद टियर वन शहर जैसे मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, बैंगलोर, हैदराबाद समेत अन्य शहरों में की जाएगी। इन्क्यूबेटर्स का मानना है कि टियर वन शहरों में इस स्टार्टअप के लिए काफी गैप है। वहीं इस एप के माध्यम से ग्राहक और मेकेनिक के बीच काम को लेकर पारदर्शिता आएगी।
Posted By: Lalit Katariya
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